नई दिल्ली/गाजियाबाद: मानसून सीजन में हवा में नमी बढ़ने के कारण वायरस और बैक्टीरिया का खतरा बढ़ जाता है. इससे आंखों में (Conjunctivitis) रेडनेस, आई फ्लो आदि की परेशानी होने लगती है. यह बीमारी वायरस और बैक्टीरिया से फैलती है, जिसके चलते एक से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है. वहीं, बरसात के मौसम में अस्पतालों में आंखों की समस्या के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल स्थित नेत्र रोग की ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइनें लग रही हैं. देखा जाए तो आंख की समस्या से पीड़ित मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो चुकी है.
कंजक्टिवाइटिस के लक्षण: इस बीमारी के मुख्य लक्षण आंखों में जलन, खुजली, आंखों से पानी आना, आंखों में सूजन होना और आंखों का लाल आदि है. यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. दिल्ली एनसीआर में बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे लोगों में आई फ्लू की समस्या देखी जा रही है. यहां मौजूद मेडिकल टीम के पास लोग आई फ्लू की समस्या लेकर आ रहे हैं. डॉक्टर्स की मानें तो बाढ़ के पानी में कई प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं, जिनसे आंखों का संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है.
पिछले करीब एक हफ्ते से जिला एमएमजी अस्पताल में कंजक्टिवाइटिस, रेडनेस आदि आंखों से संबंधित बीमारी के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. प्रतिदिन 100 से 150 के बीच इस तरह के मरीज अस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे हैं. यह समस्या एक तरीके का इंफेक्शन होता है. किसी मरीज की एक आंख तो किसी मरीज की दोनों आंखों में इस तरह का इन्फेक्शन देखने को मिल रहा है. -डॉ नरेंद्र कुमार, आई सर्जन, जिला एमएमजी अस्पताल, गाजियाबाद
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