नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय के सभागार में आज हिन्दी सप्ताह के शुभारंभ समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पूर्वी दिल्ली के महापौर, निर्मल जैन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. इनके अतिरिक्त उपमहापौर एवं हिन्दी समिति के अध्यक्ष- हरि प्रकाश बहादुर, स्थायी समिति के अध्यक्ष-सत्यपाल सिंह, वार्ड समिति शाहदरा (दक्षिण क्षेत्र) की उपाध्यक्ष, शशि चांदना भी मौके पर उपस्थित रहीं. इस समारोह में अपर आयुक्त, प्रशांत कुमार पांडा एवं अल्का शर्मा के अलावा निगम अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे.
महापौर निर्मल जैन रहे मौजूद
इस अवसर पर महापौर निर्मल जैन ने कहा कि हिन्दी भाषा का ज्ञान व अभिज्ञान होना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य ही नहीं, अधिकार भी है, और इसके ज्ञान के बिना व्यक्ति जीवंत नहीं है. उन्होंने सभी से हिन्दी को कामकाज व व्यवहार की भाषा बनाने एवं इस भाषा के सृजनात्मक रूप से प्रयोग करने का आग्रह किया.
उपमहापौर एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष, हरि प्रकाश बहादुर ने बताया कि 14 सितंबर 1949 को हिन्दी को राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया गया था. उन्होंने समस्त कर्मचारियों एवं अधिकारियों से हिन्दी में कार्य करने तथा इस हेतु दूसरे कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया.स्थायी समिति अध्यक्ष, सत्यपाल सिंह ने कहा कि संसार की उन्नत भाषाओं में हिंदी सबसे अधिक व्यवस्थित भाषा है एवं सर्वाधिक तीव्रता से प्रसारित हो रही भाषाओं में से एक है. उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत पसंद की जाती है. इसका एक कारण यह है कि हमारी भाषा हमारे देश की संस्कृति और संस्कारों का प्रतिबिंब है. इस मौके पर अपर आयुक्त प्रशांत कुमार पांडा ने कहा कि भाषा देश को जोड़ती है. उन्होंने कहा कि अपनी भाषा, संस्कार, संस्कृति पर हमें गर्व होने चाहिए.
इस मौके पर पांडा ने हिन्दी की महत्ता से संबंधित केन्द्रीय गृह मंत्री का संदेश पढ़ा. वहीं अपर आयुक्त, अल्का शर्मा ने दिल्ली के मुख्य सचिव का संदेश पढ़ा और हिन्दी के प्रचार-प्रसार में अपना सृजनात्मक सहयोग करने की अपील की.कार्यक्रम में महापौर ने हिंदी भाषा को समर्पित पत्रिका पूर्वालोक के नौवें अंक का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम के दौरान हिन्दी संगोष्ठी और कविता पाठ का आयोजन भी किया गया. इसके अलावा महापौर, निर्मल जैन ने लेखा विभाग को हिंदी में सर्वाधिक कार्य करने के लिए शील्ड देकर सम्मानित भी किया.