नई दिल्ली/गाजियाबादः दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (Regional Rapid Transit System) (आरआरटीएस) कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन पर मार्च 2023 तक देश की पहली आरआरटीएस ट्रेन चलाने के लक्ष्य को पूरा करने का काम तेजी से चल रहा है. सेक्शन में पांच स्टेशन हैं- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई एवं दुहाई डिपो. ग्राउंड रिपोर्ट के जरिए समझते हैं कि साहिबाबाद Rapid Rail Station पर कितना हुआ काम, कितना बाकी.
एनसीआरटीसी के पीआरओ पुनीत वत्स (NCRTC PRO Puneet Vats) के मुताबिक दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के साहिबाबाद स्टेशन का सिविल निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है. इसके साथ ही स्टेशन पर ट्रैक बिछाने, ओएचई और सिग्नलिंग का कार्य भी पूरा कर लिया गया है. इस स्टेशन में तीन लेवल हैं- ग्राउंड, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल. यहां कॉनकोर्स से प्लेटफॉर्म लेवल पर आने-जाने के लिए चार एस्कलेटर लगाए जा चुके हैं तथा दो लिफ्ट लगाने का काम किया जा रहा है. साथ ही, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल पर रेलिंग लगाने का काम भी जारी है.
पुनीत वत्स के मुताबिक वर्तमान में स्टेशन के तीन प्रवेश-निकास द्वारों का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. साहिबाबाद बस अड्डे (यूपीएसआरटीसी) की ओर बनाए जा रहे प्रवेश-निकास द्वार (पॉकेट-ए) का सिविल निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. आरआरटीएस का संचालन शुरू होने के बाद आरआरटीएस में सफर करने वाले यात्री यहां उतरकर बहुत ही सुगम, सुलभ तरीके से यूपी रोडवेज की बस में यात्रा का लाभ उठा सकेंगे तथा शहर के विभिन्न क्षेत्रों के यात्री आरआरटीएस का.
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जानकारी के मुताबिक, इसके साथ ही स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाने का कार्य भी किया जा रहा है. मेरठ से दिल्ली की ओर डाउन लाइन पर प्लेटफॉर्म पर पीएसडी लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया है और अप लाइन पर भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. सटेशन की रूफ शेड का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया गया है. जल्दी ही स्टेशन की छत पर सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी जाएगी. साथ ही स्टेशन में फिनिशिंग का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है. जल्द ही स्टेशन अपने पूर्ण वास्तविक स्वरूप में दिखाई देगा. इस स्टेशन के निर्माण से इस क्षेत्र में स्थित औद्योगिक इकाइयों को भी लाभ होगा.