नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली में यमुनापार के विधानसभा क्षेत्रों में लक्ष्मीनगर, पटपड़गंज और त्रिलोकपुरी के बाद कोंडली का इलाका आता है. कोंडली, विकास और लोगों के जीवन स्तर के मामले में पिछड़ा इलाका माना जाता है. यहां की कई समस्याओं से हमारी टीम रूबरू हुई और विधायक तक जनता की बात को पहुंचाया.
यहां लोग कई समस्याओं से दो-चार दिखे. पीने के पानी की कमी भी यहां एक बड़ी समस्या है. लोगों ने बताया कि पानी तो आता है, लेकिन कई बार गंदा पानी आता है और कई बार सप्लाई रुक भी जाती है. वहीं सीवर के क्षेत्र में तो काम हुआ है, लेकिन नालियां अभी भी बजबजाती हुई देखी जा सकती हैं.
'हम नहीं हैं सुरक्षित'
कोंडली विधानसभा क्षेत्र आए दिन बढ़ते अपराध को लेकर भी सुर्खियों में है. यहां महिलाओं ने दिल्ली सरकार द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगवाने की बात को तो सराहा, लेकिन साथ ही ये भी कहा कि वो सुरक्षित महसूस नहीं करतीं.
'अपने पैसों से लगवाया गेट'
कोंडली के डी ब्लॉक के लोगों का कहना है कि विधायक उनकी बात नहीं सुनते. उनके यहां आते भी नहीं हैं और यही कारण है कि उन्हें मोहल्ले के बाहर अपने पैसों से गेट लगवाना पड़ा.
जमीनी हकीकत से उलट दावे !
जनता की सभी समस्याओं को लेकर हमने विधायक मनोज कुमार से सवाल किए. उनका कहना था कि शिकायत लेकर वे लोग शायद मुझ तक नहीं पहुंचे होंगे. गेट लगवाने के सवाल पर उन्होंने कहा-
मैंने कई जगह गेट लगवाए हैं, लेकिन अगर उन्होंने लगवा लिया है तो अच्छी बात है. हो सकता है वहां मेरे गेट लगवाने से पहले ही उन्होंने गेट लगवा लिया हो.
आश्वस्त हैं मनोज कुमार
हालांकि विधायक मनोज कुमार ने अपने कामों पर पूरा भरोसा जताया और कहा कि बीते 20 साल में यहां पर जो काम नहीं हुए, मैंने पिछले 5 साल में करके दिखाए हैं. मनोज कुमार बीते 5 साल में कई विवादों में भी रहे हैं. उन्हें जेल भी जाना पड़ा था, लेकिन इसे उन्होंने ईमानदारी की लड़ाई से जोड़ दिया.
वहीं बीजेपी या कांग्रेस में से वो किसी को भी चुनौती नहीं मानते. उन्होंने कहा कि हमारी चुनौती खुद हमसे ही है और उम्मीद है टिकट भी मिलेगा और जनता फिर से जिताएगी.