नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी की पहल और निबंधन विभाग के सहयोग से परिसर के अंदर फ्लैटों की रजिस्ट्री के लिए शिविर लगाया गया है. शिविर में बीते 4 दिनों में 210 फ्लैटों की रजिस्ट्री हुई है. इनके खरीदारों को मालिकाना हक मिल गया है और निबंधन विभाग को लगभग 3.35 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है. ग्रेटर नोएडा में खरीदारों को कई साल तक इंतजार करने के बाद घर तो मिल गया, लेकिन मालिकाना हक नहीं मिला था. लगातार इस हक की मांग के बाद ऑथोरिटी ने खरीदारों के नाम उनकी रजिस्ट्री करने के लिए अभियान चलाया. अभियान के तहत घर खरीदारों के नाम पर ही रजिस्ट्री हो रही है.
खरीदारों के लिए शिविरः ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि प्राधिकरण की तरफ से परिसर में ही लगातार शिविर का आयोजन किया जा रहा है. 26 ,27, 28 और 31 जुलाई को शिविर के जरिए 210 फ्लैटों की रजिस्ट्री हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि फ्लैट खरीदारों के हक के लिए प्राधिकरण की तरफ से हर संभव कोशिश की जा रही है. खरीदारों की सुविधा को देखते हुए प्राधिकरण भी शिविर का आयोजन लगातार करता रहेगा.
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इन प्रोजेक्टों के खरीदारों के नाम हुई रजिस्ट्रीः ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा 4 दिनों में जिन प्रोजेक्टों के घर खरीदारों के नाम रजिस्ट्री की गई उनमें श्रीधारा इंफ्राटेक, कामरु इंफ्राबिल्ड, सोलरिश रीयलटेक, पिजन बिल्डहोम, एसजेपी होटल्स, स्टार सिटी रेल एस्टेट, गौड़ रियल्टी, गौड़ संस हाईटेक, यूपी टाऊनशिप, आस्था इफ्रासिटी, न्यूवे होम्स, सिद्धार्थ इंफ्राटेक, नंदी इंफ्रा, इनटाइन्समेन्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, पंचशील बिल्डटेक, गौड संस प्रमोटर्स, हवेलिया बिल्डर, एआईजी इंफ्राटेक, ओमकार नेस्ट, एम्स गोल्फ टाउन, डोमोस सुरदीप इंफ़्रा, रतन बिल्डटेक प्रोजेक्ट के फ्लैटों शामिल है.
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