नई दिल्ली/गाजियाबाद: गेमिंग ऐप के जरिए धर्मांतरण मामले में महाराष्ट्र पुलिस के साथ जॉइंट ऑपरेशन में बद्दो उर्फ शाहनवाज को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. गाजियाबाद पुलिस की टीम भी महाराष्ट्र में मौजूद है. गाजियाबाद पुलिस महाराष्ट्र में बद्दो के ट्रांजिट रिमांड की कोशिश करेगी और जल्द से जल्द उसे गाजियाबाद लाने का प्रयास किया जाएगा. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के ठाणे में स्थित कोर्ट में बद्दो की पेशी करीब 1 बजे तक होगी. गाजियाबाद पुलिस चाहती है कि जल्द से जल्द बद्दो को गाजियाबाद लाकर उससे आगे की पूछताछ की जाए जिससे कई राज उजागर हो सकते हैं.
बता दें गेमिंग ऐप के जरिए बच्चों को शिकार बनाकर उनका धर्म परिवर्तन कराने वाला आरोपी बद्दो अब महाराष्ट्र पुलिस की गिरफ्त में है. लेकिन उसे गाजियाबाद लाने के लिए कई औपचारिकताएं पूरी की जानी है. इसके लिए पुलिस को महाराष्ट्र की कोर्ट से बद्दो का ट्रांजिट रिमांड चाहिए, सूत्रों के मुताबिक जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. इसके लिए गाजियाबाद पुलिस ट्रांजिट रिमांड मांगेगी. ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद बद्दो को गाजियाबाद लाया जाएगा जिससे आगे की पूछताछ में वह कई बड़े खुलासे कर सकता है. माना जा रहा है कि अगर बद्दो का ट्रांजिट रिमांड पुलिस को मिल जाती है तो सोमवार रात या फिर मंगलवार सुबह तक बद्दो गाजियाबाद लाया जा सकेगा.
कौन-कौन है शामिल
पुलिस को सबूत मिले हैं कि इस मामले के तार दुबई से भी जुड़े हुए हैं. इसके अलावा विदेशी फंडिंग की बात भी सामने आई है. पुलिस को कई बैंक खाते भी मिले हैं. वहीं कुछ अवैध ऐप के जरिए भी बच्चों को शिकार बनाने की बात सामने आई है. यही नहीं पुलिस के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि बद्दो ने अब तक कुल कितने बच्चों को शिकार बनाया है, क्योंकि पुलिस के पास अब तक सैकड़ों लोगों के धर्मांतरण की खबरें आ चुकी हैं, पुलिस जिनकी पुष्टि करने में जुटी हुई है.
देश के अलग-अलग राज्यों से पुलिस के पास पीड़ितों के फोन कॉल आए थे हालांकि गाजियाबाद के मुख्य पीड़ित बच्चे के मामले में जिस मौलवी अब्दुल रहमान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, उसने भी कई खुलासे किए थे. इसके अलावा बद्दो के बारे में भी काफी जानकारी अब्दुल रहमान से पुलिस को हासिल हुई थी. मगर पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इस पूरे रैकेट में जो भी अन्य लोग शामिल हो उन तक भी पुलिस पहुंच पाए और इसीलिए पुलिस चाहती है कि गाजियाबाद में ट्रांजिट रिमांड पर लाकर उसे कोर्ट में पेश किया जाए.