नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस चोर और लुटेरों के आतंक पर भले ही नकेल कसने में नाकाम हो. यहां की साइबर सेल की टीम आपरेशन कैशबैक के तहत ठगों को पकड़ने के साथ ही पीड़ितों को उनके पैसे दिलानो में आगे है. दरअसल, साइबर सेल ने पिछले 13 महीनों का आंकड़ा जारी किया है. इसमें बताया गया है कि करीब 136 साइबर पीड़ितों को 2 करोड़ 75 लाख रुपए वापस करवाए गए हैं.
डीसीपी साइबर सेल सच्चिदानंद राय के मुताबिक, "पुलिस कमिश्नरी गाजियाबाद के अंतर्गत बनी साइबर सेल ने 13 महीने में 136 साइबर पीड़ित को 2 करोड़ 75 लाख रुपए वापस करवाए हैं. वे सभी ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए थे." उन्होंने कहा कि साइबर सेल की प्राथमिकता यही है कि 72 घंटे के अंदर शिकायत मिलने पर तत्परता से कार्रवाई होती है. साइबर सेल संबंधित बैंकों के नोडल ऑफिसर से बात करता है और पता किया जाता है कि फ्रॉड करने वाले ने किस अकाउंट में पैसे मंगवाएं हैं. इसी प्रक्रिया के तहत कोर्ट के माध्यम से रुपए वापस करवाए जाते हैं.
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साइबर अपराध से बचने के उपाय
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करें.
- ग्रुप में आने वाले ऐड पर भरोसा नहीं करें.
- टेलीग्राम टास्क फ्रॉड से भी बचने की जरूरत है.
- क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने आदि को लेकर बैंक डिटेल शेयर नहीं करें.
- किसी भी सोशल साइट पर बिना पूरी जानकारी के नहीं जाएं.
- सोशल मीडिया पर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल हमेशा करें.
- किसी कस्टमर केयर नंबर को गूगल पर सर्च करते समय सावधानी बरतें.
- यदि आपको किसी एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए कोई अनजान व्यक्ति कहता है तो ऐसा नहीं करना चाहिए
- जॉब के नाम पर, लोन के नाम पर या टावर लगाने के नाम पर या फिर कोई लॉटरी निकलने के नाम पर अगर कोई आपसे रुपए मांगता है तो आप फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं.
- अनजान व्यक्ति के साथ वीडियो चैट और वीडियो कॉल से बचना चाहिए.