ETV Bharat / state

Ganga Dussehra 2023: इसलिए मनाया जाता है गंगा दशहरा का पर्व, जानें इसका महत्व, पूजन विधि व शुभ मुहूर्त - दिल्ली एनसीआर की ताजा खबरें

गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान का बड़ा महत्व है. इस दिन लोग मां गंगा की आराधना करते हैं, जिससे उन्हें उनके पापों से मुक्ति मिले. आइए जानते हैं इस वर्ष गंगा दहशरा का शुभ मुहूर्त एवं पूजन विधि.

ganga dussehra shubh muhurt
ganga dussehra shubh muhurt
author img

By

Published : May 26, 2023, 1:34 PM IST

Updated : May 26, 2023, 2:51 PM IST

शिवकुमार शर्मा, ज्योतिषाचार्य

नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में गंगा दशहरा के पर्व का बहुत विशेष महत्व है. यह पर्व जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी. इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ गंगा नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है. यदि किसी कारणवश आप गंगा नदी में स्नान नहीं कर सकते तो घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल की कुछ बूंद डालकर स्नान कर सकते हैं. धार्मिक मान्याओं के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान के बाद दान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है.

गंगा दशहरा आगामी 30 मई 2023 को मनाई जाएगी. इस बार गंगा दशहरा के ही दिन चौथा बड़ा मंगल भी मनाया जाएगा. इस दिन गरीबों को अन्न, फल और वस्त्र दान करने का विशेष महत्व है. गंगा दशहरा के दिन ऐसा करना बहुत शुभ एवं फलदाई माना जाता है. साथ ही पापों का प्रायश्चित करने और पितरों की शांति के लिए भी गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है.

गंगा दशहरा शुभ मुहूर्त: जेष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई 2023 सोमवार सुबह 11 बजकर 49 मिनट से शुरू होगी जो 30 मई 2023 मंगलवार दोपहर 1 बजकर 7 मिनट तक रहेगी. इस बीच आप मां गंगा का पूजन अर्चन कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- Jyeshta Month Vrat Festivals 2023: ज्येष्ठ महीने के त्योहारों को लेकर है कन्फ्यूजन ? तो यहां देखें पूरी लिस्ट

ऐसे करें पूजा: गंगा दशहरे के दिन प्रात:काल उठकर गंगा स्नान करें. इसके बाद मां गंगा का पूजन कर ब्राह्मण एवं किसी गरीब व्यक्ति को दान दें. अगर घर पर स्नान कर रहे हैं तो भी पूजन-अर्चन के बाद दान कर सकते हैं. साथ ही गंगा दशहरा के दिन मां गंगा का अधिक से अधिक ध्यान करें और उनकी आरती करें. इससे सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मां गंगा की कृपा प्राप्त होती है.

यह भी पढ़ें- Vat Savitri Vrat: वट सावित्री व्रत कब ? पति की लंबी आयु और सौभाग्य के रखा जाता है ये व्रत

शिवकुमार शर्मा, ज्योतिषाचार्य

नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में गंगा दशहरा के पर्व का बहुत विशेष महत्व है. यह पर्व जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी. इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ गंगा नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है. यदि किसी कारणवश आप गंगा नदी में स्नान नहीं कर सकते तो घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल की कुछ बूंद डालकर स्नान कर सकते हैं. धार्मिक मान्याओं के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान के बाद दान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है.

गंगा दशहरा आगामी 30 मई 2023 को मनाई जाएगी. इस बार गंगा दशहरा के ही दिन चौथा बड़ा मंगल भी मनाया जाएगा. इस दिन गरीबों को अन्न, फल और वस्त्र दान करने का विशेष महत्व है. गंगा दशहरा के दिन ऐसा करना बहुत शुभ एवं फलदाई माना जाता है. साथ ही पापों का प्रायश्चित करने और पितरों की शांति के लिए भी गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है.

गंगा दशहरा शुभ मुहूर्त: जेष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई 2023 सोमवार सुबह 11 बजकर 49 मिनट से शुरू होगी जो 30 मई 2023 मंगलवार दोपहर 1 बजकर 7 मिनट तक रहेगी. इस बीच आप मां गंगा का पूजन अर्चन कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- Jyeshta Month Vrat Festivals 2023: ज्येष्ठ महीने के त्योहारों को लेकर है कन्फ्यूजन ? तो यहां देखें पूरी लिस्ट

ऐसे करें पूजा: गंगा दशहरे के दिन प्रात:काल उठकर गंगा स्नान करें. इसके बाद मां गंगा का पूजन कर ब्राह्मण एवं किसी गरीब व्यक्ति को दान दें. अगर घर पर स्नान कर रहे हैं तो भी पूजन-अर्चन के बाद दान कर सकते हैं. साथ ही गंगा दशहरा के दिन मां गंगा का अधिक से अधिक ध्यान करें और उनकी आरती करें. इससे सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मां गंगा की कृपा प्राप्त होती है.

यह भी पढ़ें- Vat Savitri Vrat: वट सावित्री व्रत कब ? पति की लंबी आयु और सौभाग्य के रखा जाता है ये व्रत

Last Updated : May 26, 2023, 2:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.