नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर मंगलवार को बढ़ने के बाद बुधवार को एक बार फिर घटने लगा. मंगलवार रात 10 बजे पुराने लोहे के पुल के पास यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर चला गया था, लेकिन बुधवार सुबह से एक बार फिर जलस्तर घटने लगा है. बुधवार शाम 6 बजे यमुना खतरे के निशान से नीचे 204.87 मीटर दर्ज किया गया, हालांकि यह अभी भी चेतावनी स्तर 204.50 से ऊपर बह रही है.
एक्सपर्ट का कहना है कि पहाड़ों पर हो रही बारिश और बादल फटने की वजह से यमुना नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. पहाड़ों पर लगातार अगर बारिश होती रही तो एक बार फिर से यमुना का जलस्तर बढ़ सकता है और यह दिल्ली में तबाही मचा सकती है.
बता दें, इस वर्ष राजधानी में यमुना के जलस्तर ने सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया था, यमुना का जलस्तर अधिकतम 13 जुलाई शाम 6 बजे 208.66 मीटर दर्ज किया गया था. इसकी वजह से यमुना में आई भीषण बाढ़ से रिहायशी कॉलोनियों में भी बाढ़ का पानी घुस गया था. यमुना में आई बाढ़ की वजह से यमुना खादर में रह रहे 40,000 से भी ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था.
दिल्ली में इस हफ्ते मौसम का हाल: भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली में 21 अगस्त तक बादल छाए रहने का अनुमान है. इस दौरान कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है. बावजूद इसके प्रदेश के लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद कम है.