नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा शहर किसी परिचय का मोहताज नहीं है लेकिन बारिश के मौसम में प्राधिकरण की लापरवाही के चलते नोएडा बुरी वजह से सुर्खियां में रहता है. मानसून की पहली बारिश ने ही नोएडा प्राधिकरण की तैयारियों की पोल खोलकर रख दी है. बरसात से पूर्व नोएडा प्राधिकरण की तरफ से पूरी तैयारियों का दावा किया जाता है, पर जमीनी सच्चाई इससे बिल्कुल इतर है.
पिछले दिनों हुई बारिश ने प्राधिकरण की कलई खोल कर रख दी. नोएडा के सभी नाले करीब-करीब ओवरफ्लो होकर बह रहे थे. नालों के जाम होने से सड़कों पर वाटर लॉगिंग की समस्या से जूझना पड़ा. बारिश में बच्चे घुटनों भर पानी में होकर स्कूल जाते दिखे. अब भी प्राधिकरण नालों को साफ कराने की जहमत नहीं उठा रहा है. जगह-जगह नाले, गंदगी और कूड़ों से भरे पड़े हैं. मानसूनी बारिश में इस साल नोएडा का क्या हाल होगा यह नालों को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है.
नालों की सफाई के नाम पर प्राधिकरण की खानापूर्ति
नोएडा में नालों की सफाई को लेकर सिर्फ खानापूर्ति होती है. जिसके चलते हल्की सी बारिश में भी जगह-जगह वाटर लॉगिंग हो जाती है. नोएडा के रहने वाले लोगों ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि नालों की सफाई न होने से वे जगह-जगह जाम हो जाते हैं और पानी ओवरफ्लो होकर दुकानों और घरों में पहुंच जाता है. कुछ जगहों पर नालों का पानी सड़कों पर लगने से यातायात बाधित हो जाता है. प्राधिकरण इस तरफ ध्यान देने की जहमत नहीं उठाता है.
लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पानी भर जाने से बच्चों का स्कूल जाना दूभर हो जाता है. पिछले दिनों हुई बारिश के बाद जगह-जगह नाले गंदगी और पानी से भरे पड़े हैं. शिकायत किए जाने पर प्राधिकरण मोटर लगाकर पानी निकालने का काम कर रहा है. यह भी देखा गया है कि एक नाले से पानी निकाल कर दूसरे नाले में डाला जा रहा है. यह हाल किसी एक सेक्टर का नहीं बल्कि नोएडा सेक्टर 12, सेक्टर 27 ,सेक्टर 15 ,सेक्टर 11, सेक्टर 5, सेक्टर 22 में भी एक सी स्थिति है. वहीं यह भी देखा गया कि बरसात होने पर सरकारी कार्यालयों में घुटनों तक पानी जमा हो जाता है. जिसके चलते प्रशासन के लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
जलभराव की समस्या के संबंध में नोएडा प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक, जल विभाग आर पी सिंह का कहना है कि जलकल विभाग द्वारा 1 जुलाई से 31 अगस्त तक वर्षा ऋतु में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए एक नियंत्रण कक्ष की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. इस नियंत्रण कक्ष में 24 घंटे शिकायतें सुनी जाएंगी. जिसका नंबर 0120 2423 795 है. शिकायतकर्ता का नाम, पता नोट कर उसी समय संबंधित प्रबंधक को उनके बताए गए स्थान पर भेजकर जलभराव की समस्या को दूर किया जाएगा.
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