नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के लोनी के अशोक विहार इलाके में अवैध रूप से लिंग परीक्षण करने का धंधा चल रहा था. स्वास्थ्य विभाग को शिकायत मिली थी कि लोनी में अवैध रूप से पैसे लेकर लिंग परीक्षण किया जा रहा है. इस मामले की तह तक जाने के लिए स्वास्थ विभाग ने एक टीम का गठन किया. इसके बाद एक महिला को डमी कस्टमर बनाया गया.
डमी कस्टमर ने अवैध रूप से लिंग परीक्षण कर रहे रैकेट के सदस्यों से संपर्क किया. महिला को एक सुरक्षित स्थान पर बुलाया जहां से महिला को गाड़ी में बैठा कर एक अन्य स्थान पर ले गए. वहां एक व्यक्ति पहले से मौजूद था. जो महिला को मोटरसाइकिल पर बिठाकर एक घर में ले गया. जहां अवैध रूप से लिंग परीक्षण करने के लिए तमाम उपकरण मौजूद थे.
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डमी कस्टमर के माध्यम से इस रैकेट तक पहुंच बनाई. अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड करते हुए दो लोगों को पकड़ लिया गया. रैकेट के सदस्यों ने डमी महिला कस्टमर से पचास हजार रुपये लिंग परीक्षण करने के लिए थे. मिली जानकारी के मुताबिक इमरान नाम के व्यक्ति के घर में अवैध धंधा चल रहा था. इमरान इसी अपराध में जमानत पर है.
"स्वास्थ्य विभाग को सूचना प्राप्त हुई थी कि लोनी के अशोक विहार कॉलोनी में अवैध रिंग परीक्षण करने का काम किया जा रहा है. गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा की टीम ने सामूहिक रुप से अशोक विहार स्थित संदिग्ध घर में छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान 2 लोगों को अवैध रूप से लिंग परीक्षण करते हुए रंगे हाथों संयुक्त टीम द्वारा पकड़ा गया है. इन लोगों के कब्जे से एक अल्ट्रासाउंड मशीन सहित कई सामान बरामद हुए हैं." चरण सिंह, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी
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