नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में शराब की दुकान पर मिलावटी शराब बेची जा रही थी. बोतल बिल्कुल असली शराब की बोतल जैसी दिखती है. उस पर बकायदा क्यूआर कोड भी लगा था. बोतल का ढक्कन भी विदेशी कंपनी वाली शराब से हूबहू मिलता था. मामला शालीमार गार्डन इलाके का है. मामले में पुलिस ने मॉडल शॉप पर छापेमारी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी ट्रांस हिंडन शुभम पटेल ने बताया कि डीएलएफ कॉलोनी के पास एक शराब की दुकान में अवैध तरीके से शराब बेचे जाने की सूचना मिली. मौके पर पुलिस पहुंची तो दुकान में बने एक कमरे में शराब के उपकरण और काफी संख्या में बोतल के ढक्कन मिले. इसके अलावा क्यूआर कोड भी बरामद हुआ. विदेशी कंपनियों की शराब की बोतलों जैसी बोतलें यहां पर रखी हुई थी, जिनमें मिलावटी शराब मिलाई जा रही थी. शराब के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद पता चल पाएगा कि जो शराब नकली बोतलों में की जा रही थी उसमें क्या मिलावट की गई थी. मामले में आगे की जांच पड़ताल की जा रही है.
शराब के शौकीनों के लिए चौंकाने वाला खुलासा: पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में मास्टरमाइंड मुनेश नाम का व्यक्ति है, जो अलीगढ़ का रहने वाला है. पिछले कुछ महीनों से इसी तरह से वह शराब की दुकान में मिलावटी शराब बेच रहा था. किसी को इसकी कानों कान खबर तक नहीं लगी. सवाल आबकारी विभाग पर भी उठ रहा है. शराब की दुकान और मॉडल शॉप पर जो शराब बेची जाती है वह मानकों के अनुरूप होती है. सरकारी मानदंडों को उसमें ध्यान में रखकर शराब की बिक्री की जाती है.