नई दिल्ली: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को खिचड़ीपुर, 6 ब्लॉक स्थित बस्ती विकास केंद्र का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने पाया कि बस्ती विकास केंद्र लम्बे समय से बंद है और स्थानीय लोग अपने आयोजनों के लिए इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं.
निरीक्षण के दौरान सिसोदिया ने पाया कि इस केंद्र को मरम्मत की भी जरूरत है. इस पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केंद्र की मरम्मत के सभी पहलुओं पर तुरंत काम करते हुए 1 सप्ताह के भीतर इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाए, ताकि लोग पहले की तरह इसका उपयोग कर सकें और विभिन्न आयोजन कर सकें.
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ये बस्ती विकास केंद्र काफी समय से बंद था. जनता की मांग थी कि सामुदायिक-सार्वजानिक कार्यक्रमों व आसपास के नागरिकों के उपयोग के लिए इसे खोला जाए, ताकि जनता इसका बेहतर ढंग से उपयोग कर सके.
उन्होंने कहा कि जनता कि इस मांग पर तुरंत संज्ञान लेते हुए बस्ती विकास केंद्र को वापस खोला जा रहा है. अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जरूरी मरम्मत करते हुए सप्ताह भर के भीतर इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाए.
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आसपास की जनता इससे काफी खुश है. लोगों ने बताया कि लम्बे समय से यहां बस्ती विकास केंद्र बंद था, लेकिन खुशी की बात है कि उपमुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लेते हुए और अधिकारियों को त्वरित कारवाई करते हुए खोलने के निर्देश दिए हैं. लोगों ने कहा कि इसके खुलने से हमें बहुत फायदा होगा और कार्यक्रमों के आयोजन के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं होगी.
बता दें, खिचड़ीपुर स्थित ये बस्ती विकास केंद्र पहले एक एनजीओ को संचालित करने के लिए दिया गया था. एनजीओ ने इसका सही से संचालन नहीं किया, जिस कारण यह बस्ती विकास केंद्र काफी समय से बंद था.
क्या होता है बस्ती विकास केंद्र
दिल्ली सरकार ने दिल्ली के विभिन्न स्लम क्लस्टर में बस्ती विकास केन्द्र बनाये हैं. इन केन्द्रों के माध्यम से सरकार का उद्देश्य यहां रहने वाले लोगों को विभिन्न आयोजनों के साथ-साथ सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए स्थान प्रदान करना है. कई बस्ती विकास केन्द्रों पर विभिन्न साझेदारियों के माध्यम से स्लम क्लस्टर में लोगों के अपस्किलिंग का काम भी किया जाता है.
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