नई दिल्ली/गाजियाबाद: योगी सरकार जनता की सेहत की चिंता लगातार कर रही है. यही वजह है कि गाजियाबाद समेत प्रदेश के 75 जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं के निर्माण एवं विकास कार्यों पर सरकार प्राथमिकता से ध्यान दे रही है. उसी का असर है कि गाजियाबाद में लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों सहित अन्य स्वास्थ्य सेवा से संबिधित भवनों का निर्माण कराया जा रहा है. पहले मामूली स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लोगों को कई किलोमीटर जाना पड़ता था. अब वॉकिंग डिस्टेंस पर स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हो रहे हैं.
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि जच्चा-बच्चा की सेवा एवं सुरक्षा करना सरकारी की प्राथमिकता है. सरकार हर क्षेत्र में उच्च स्वास्थ्य सेवाएं देने की ओर अग्रसर है. इसी के मद्देनजर सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में अल्ट्रासाउंड मशीने, सहित अन्य लैब मशीने लगवाई जा रही है. गर्भवती महिलाओं के लिए एक कार्ड पर बारकोड़ जारी किया जाएगा, उसके तहत वह प्राइवेट लैब में भी अपना टेस्ट नि:शुल्क करवा पाएंगी. बारकोड से स्कैन होने पर सरकार उसका बिल स्वयं वहन करेंगी. इसके लिए कई लैब अपना पंजीकरण करवा चुकी है. गाजियाबाद में जल्द क्रिटिकल केयर यूनिट लगवाई जाएगी.
राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और गुणवत्ता को लेकर लगातार प्रयासारत है. आज यहां स्वास्थ्य सेवा से संबंधित करीब 4 करोड़ की लागत से निर्मित भवनों सहित विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया. वहीं, केंद्रीय राज्यमंत्री जरनल वीके सिंह ने कहा कि गाजियाबाद लगातार विकास के नए आयाम गढ़ रहा है. सरकारी योजनाओं के तहत यहां लगातार विकास कार्यो के लोकार्पण और उद्धाटन हो रहे हैं.
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