नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की महिला पेट्रोलिंग टीम की गस्त का असर अब दिखने लगा है. स्कूल, बस स्टॉप, मेट्रो स्टेशन के आसपास मंडराने वाले मनचले अब कम दिखाई पड़ रहे हैं. वहीं इससे छेड़छाड़ की घटना में कमी आई है.
दरअसल कुछ महीने पहले दिल्ली पुलिस ने महिला पुलिस पेट्रोलिंग टीम बनाया. इस टीम में शामिल महिला पुलिस कर्मी को पेट्रोलिंग के लिए स्कूटी दी गई ताकि वे स्कूल, बस स्टॉप, मेट्रो स्टेशन के आसपास मनचलों पर नजर रख सकें. वहीं इन जगहों पर होने वाली छेड़छाड़ की घटना को रोका जा सके.
4 अलग-अलग टीम बनाई गईं
शाहदरा जिला में महिला पेट्रोलिंग टीम में शामिल महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि 4 महिला पुलिस की अलग-अलग टीम बनाई गई हैं. जो स्कूटी पर सवार होकर गस्त कर रही हैं. सभी टीमों का अलग-अलग रूट बनाया गया है ताकि इन रूटों में पड़ने वाले स्कूल, कॉलेजों के आसपास नजर रखी जा सके.
'छात्राओं से भी करते हैं बातचीत'
महिला पेट्रोलिंग टीम में शामिल पुलिसकर्मी ने बताया कि वे छात्राओं से बातचीत करके ये जानने की कोशिश करती हैं कि कोई छात्राओं को परेशान तो नहीं कर रहा है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस के निर्भीक कार्यक्रम के तहत स्कूलों में बॉक्स रखकर छत्राओं को उनके साथ होने वाले गलत कार्यो की शिकायत देने के लिए भी प्रेरित किया जाता है. वहीं छात्राओं को मोबाइल नंबर भी दिया जाता है ताकि जरूरत पड़ने पर वो महिला टीम से मदद मांग सके.
पिछले दिनों दो मजनुओं को पकड़ा
शाहदरा जिला की टीम में तैनात पुलिसकर्मी ने बताया कि कुछ दिनों पहले विवेक विहार स्थित केंद्रीय विद्यालय के आसपास मंडरा रहे दो मजनुओं को पकड़ कर स्थानीय पुलिस के हवाले किया गया है. इस तरह पेट्रोलिंग का असर भी हो रहा है. स्कूल के आसपास जमा होने वाले आवारा लड़कों के जमावड़ा में कमी आई है. इससे छात्राएं भी सुरक्षित महसूस करती हैं और उनके परिजन भी निश्चित रहते हैं.