नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के एक घर पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि शिकायतकर्ता के पिता ने इलाके के साहूकारों को फंसाने के लिए भाड़े के शूटर से अपने ही घर पर फायरिंग करवाई थी. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपितों की पहचान अनस (23), आमिर अंसारी (42) और 38 वर्षीय आकिल के तौर पर हुई है.
डीसीपी जॉय टिर्की ने बताया कि 26 अगस्त की रात दयालपुर थाना पुलिस को न्यू मुस्तफाबाद के गली नंबर 5 स्थित एक मकान में फायरिंग की सूचना मिली. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. शिकायतकर्ता हारून अंसारी ने बताया कि रात लगभग 11:30 बजे, जब वह घर के अंदर था, उसने गोली की आवाज सुनी, सीसीटीवी के माध्यम से जांच करने पर, हेलमेट पहने एक व्यक्ति पिस्तौल के साथ दिखाई दिया. उसने बताया कि, दोपहर में हाजी अरशद, मन्नान जियाउद्दीन, सरफराज और सहमद के साथ उधार ली गई ऋण राशि को चुकाने पर उसकी कहासुनी हुई थी.
यह है पूरा मामला: पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे विभिन्न कैमरों का विश्लेषण किया. गोलीबारी की घटना से कुछ घंटे पहले सीसीटीवी की विस्तृत जांच करने पर शिकायतकर्ता के पिता के भाई आमिर अंसारी को घटना स्थल के पास संदिग्ध व्यक्तियों के साथ देखा गया. पुलिस ने आमिर अंसारी का पता लगाया गया. जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने शुरू में गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन बाद में एक चौंकाने वाली सच्चाई का खुलासा किया. उसने बताया कि उसका भाई जरीफ क्षेत्र में एक प्रॉपर्टी डीलर के रूप में काम करता है और कर्ज में डूबा हुआ है.
उसने स्थानीय साहूकारों से करोड़ों रुपए कर्ज के रूप में उधार लिए थे, जो उस पर वापस देने के लिए दबाव बना रहे थे. अपना कर्ज चुकाने का कोई समाधान नहीं मिलने पर उसने आमिर और उसके दोस्त के साथ मिलकर अपने ही घर पर गोली चलाने की साजिश रची. पुलिस ने आमिर की निशानदेही पर शूटर अनस को उसके साथी आकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. उसके कब्जे से अपराध में इस्तेमाल की गई एक अत्याधुनिक सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल, एक जिंदा कारतूस और स्कूटी बरामद किया गया है.
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