नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली की न्यू उस्मानपुर थाना पुलिस ने एक कुख्यात बदमाश को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक अत्याधुनिक पिस्टल और 16 कारतूस बरामद किया गया है. पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी से फायरिंग के दो मामले सुलझने का दावा किया है. गिरफ्तार बदमाश की पहचान भजनपुरा निवासी 32 वर्षीय अरुण के तौर पर हुई है.
उत्तर पूर्वी जिला के डीसीपी जॉय टर्की ने बताया कि शनिवार को एसआई नितिन, एएसआई अमरीश पंवार, हेड कॉन्स्टेबल अमित और कॉन्स्टेबल अमित नैन की टीम न्यू उस्मानपुर के 5वें पुस्ता पर गस्त पर थी. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने एक संदिग्ध शख्स को रोका. उसकी तलाशी ली गई तो उसके कब्जे से एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुआ. आरोपी अरुण के खिलाफ न्यू उस्मानपुर थाने में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. पूछताछ करने पर उसने गांधी नगर और पुलिस स्टेशन न्यू उस्मानपुर में गोलीबारी की दो घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. साथ ही उसने बताया कि गाजियाबाद के लोनी से उसने 15,000 रुपये में बन्दूक खरीदी थी.
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अरुण के खिलाफ आपराधिक हमले, जमीन हड़पने, चोरी, पुलिस अधिकारियों पर हमला, हत्या के प्रयास और गोलीबारी की घटनाओं के मामलों सहित आधा दर्जन मामले पहले से दर्ज है. आरोपी ने 24 अप्रैल 2022 को न्यू उस्मानपुर इलाके के जयप्रकाश नगर में एक घर में गोली चलाई थी. गनीमत रही कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ इसके साथ ही इसने 27 जुलाई 2021 को गांधीनगर स्थित अपने ससुराल वालों के घर के बाहर भी हवाई फायरिंग की थी, इसमें भी कोई हताहत नहीं हुआ था.
भगोड़ा आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस से बचने के लिये रोहतक में ठिकाना बनाकर रह रहे एक शातिर बदमाश को प्रशांत विहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान मनोज उर्फ मुज्जी के रूप में हुई है. रोहिणी जिले के डीसीपी डॉ. गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि आरोपी हरियाणा के रोहतक का रहने वाला है. आरोपी मनोज सीआर पार्क का भगोड़ा घोषित बदमाश था. आरोपी के खिलाफ 2018 में सीआर पार्क थाने में मामला दर्ज हुआ था. आरोपी तभी से पुलिस से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था. पिछले साल 18 अक्टूबर को साकेत कोर्ट ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था.
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