नई दिल्ली: पूर्वी जिले के स्पेशल स्टाफ ने बरेली, यूपी और पूर्वी दिल्ली में सक्रिय ड्रग पेडलर्स के एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. स्पेशल स्टाफ ने इस गैंग में शामिल 4 तस्करों को गिरफ्तार (Delhi Police arrested drug smugglers) कर उनके पास से 350 ग्राम अच्छी गुणवत्ता की स्मैक बरामद की है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान त्रिलोकपुरी निवासी 43 साल की सुधा उर्फ रानी और उसका 23 साल के बेटे एबिनेसर के साथ ही यूपी के बरेली का रहने वाला 19 साल का अयान खान और 19 साल का मोहम्मद नबी के रूप में हुई है.
डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि क्षेत्र में मादक पदार्थों को तस्करी में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. इसमें एसआई विकास, जोगिंदर, बख्शीश, ऋषि पाल, कुलदीप लांबा, एएसआई अमित कुमार, महेश, अमर पाल शैलेश, एचसी सनी राठी, युवेंदर, सनोज, कृष्ण, प्रदीप, राज कुमार और सीटी रवि कुमार शामिल थे. टीम ने पूर्वी जिले में सक्रिय ड्रग पेडलर्स का एक डेटा बेस संकलित किया.
इससे पहले उपरोक्त टीम द्वारा कई ड्रग पेडलर्स को गिरफ्तार किया गया था, जो पूर्वी जिले में सक्रिय थे. टीम को पता चला कि सुधा नाम की एक महिला पूर्वी दिल्ली में काम कर रही है, जिसकी जड़ें ड्रग सप्लाई में गहरी हैं. हालांकि, उसे पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन फिर भी वह अपराध में सक्रिय थी. टीम को पता चला कि इस महिला द्वारा बरेली यूपी से स्मैक (प्रतिबंधित पदार्थ) खरीदी जा रही है.
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यूपी के बरेली के रहने वाले नबी और अयान सुधा को स्मैक सप्लाई कर रहे थे. यह भी पता चला कि सुधा का बेटा भी इस धंधे में शामिल था, जो इलाके में मादक पदार्थ की आपूर्ति करने में अपनी मां की मदद कर रहा था. टीम के महीनों के प्रयास का फल तब मिला जब गुप्त सूचना मिली कि दोनों मो. नबी और अयान सुधा और उसके बेटे एबिनेसर को एक खेप देने के लिए पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी में कूड़ा घर के पास आने वाले हैं.
टीम ने जाल बिछाया और प्रतिबंधित पदार्थों का आदान-प्रदान करते ही सभी चार लोगों को पकड़ लिया. कुल 350 ग्राम बारीक गुणवत्ता की स्मैक और एक सैंट्रो कार बरामद की गई. एनडीपीएस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत पुलिस कल्याणपुरी, दिल्ली में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. पूछताछ के दौरान आरोपी सुधा ने बताया कि वह और उसका पति सुनील लंबे समय से इलाके में मादक पदार्थों की आपूर्ति कर रहे थे. उनका एक बेटा और एक बेटी है. दोनों शादीशुदा थे. उसने हाल ही में अपने बेरोजगार बेटे को अपराध में शामिल किया.
आरोपी मो. नबी और अयान ने खुलासा किया कि उन्होंने बरेली में रहने वाले अपने परिचित व्यक्ति के कहने पर सुधा को स्मैक की आपूर्ति शुरू की थी. वे सुधा को प्रतिबंधित पदार्थ देने के लिए तीन बार आए थे. दोनों स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ चुके हैं और उनके पास कोई रोजगार नहीं था. सुधा पहले तीन आपराधिक मामलों में शामिल है जबकि उसके बेटे एबिनेसर और अन्य दो आरोपियों की पहले से कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है.
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