नई दिल्ली: शाहदरा जिला के कृष्णा नगर इलाके में आकाशवाणी से रिटायर्ड 73 वर्षीय राजरानी और उनकी 39 वर्षीय दिव्यांग बेटी गिन्नी किरार की हत्या की गुत्थी को शाहदरा जिला पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने हत्या के आरोप में गिन्नी कंप्यूटर ट्यूटर और उसके सिंगर साथी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक लूटपाट के इरादे से मां बेटी की हत्या की गई थी.
डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान 28 वर्षीय किशन और अंकित कुमार के तौर पर हुई है. उन्होंने बताया कि 31 मार्च को कृष्णा नगर के एक फ्लैट से बदबू आने की सूचना मिली. सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची. फ्लैट के अंदर 2 महिलाओं का शव पड़ा था. दोनों की गला रेतकर हत्या की गई थी. मृतक की पहचान 73 वर्षीय राजरानी और उनकी 39 वर्षीय दिव्यांग बेटी गिन्नी के तौर पर हुई. राजरानी तलाकशुदा थी. वह आकाशवाणी से सेवानिवृत्त हुई थी और अपनी बेटी के साथ रहती थी. घर का सामान बिखरा पड़ा था और कीमती सामान गायब थे. हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई.
आसपास लगे 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई तो पता चला कि दो लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है. सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों का रुट चेक किया गया. जिससे पता चला कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी कृष्णा नगर के एक मकान में गए हैं. जहां छापा मारा गया तो खुलासा हुआ कि मकान में अंकित रहता है. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि इस वारदात को गिन्नी को कंप्यूटर सिखाने वाले किशन ने अपने साथी अंकित के साथ मिलकर अंजाम दिया है.
आरोपी और मृतक के मोबाइल का लोकेशन निकाला गया तो पता चला कि दोनों आरोपी 25 मई की रात लखनऊ में एक साथ एक ही टावर पर बंद हुए थे. आरोपियों को पता चल गया था कि उनका पता लगाया जा रहा है और वे तकनीक के जानकार थे. इसलिए वह बिहार, असम भागने के लिए हर उपाय को अपनाया. ताकि उसका लोकेशन ट्रैस नहीं किया जा सके. लगातार कोशिशों के बाद पुलिस ने आरोपी अंकित को पकड़ लिया. दूसरे आरोपी किशन की लखनऊ में होने का पता चला और लखनऊ में तैनात ऑपरेशन यूनिट की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी दिल्ली लाया गया.
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आरोपियों से पता चला कि किशन एक चिकित्सा उपकरण आधारित फर्म मेडिट्रोनिक्स में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम करता था. एनसीआर होम ट्यूशन कंपनी के माध्यम से पीड़ित राजरानी से मिला, जिसे अपनी दिव्यांग बेटी गिन्नी के लिए कंप्यूटर ट्यूटर की आवश्यकता थी. उसने अप्रैल से गिन्नी को कम्प्यूटर पढ़ाना शुरू किया और धीरे-धीरे पीड़ितों का विश्वास जीत लिया. शुरुआत में उन्होंने उनके खातों से पैसे ट्रांसफर करने की साजिश रची, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाया. क्योंकि उन खातों में नेट बैंकिंग और एटीएम सुविधा उपलब्ध नहीं थी. इसके बाद उन्होंने पीड़ित को लूटने की योजना बनाई और इस योजना में किशन ने अपने रिश्ते के भाई अंकित को शामिल किया.
किशन एक स्नातक है और मेडिट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन में विपणन प्रबंधक के रूप में काम करता था. वह विभिन्न ऑनलाइन ट्यूशन पोर्टलों के माध्यम से अंशकालिक ट्यूटर है. वहीं, अंकित कुमार विज्ञान स्नातक हैं और बिहार के विभिन्न स्कूलों में पढ़ा रहे थे. वह एक अच्छे गायक भी हैं और उनका एक संगीत बैंड है. वह विभिन्न पार्टियों और समारोहों में गीत गाते थे.
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