नई दिल्ली/ गाजियाबाद: गाजियाबाद से 20 नवंबर को एक 11 साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया (kidnapped 2 days ago) था. अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख की फिरौती बच्ची के परिवार से मांगी थी, लेकिन बच्ची का परिवार मजदूरी करके अपना पेट पालता है, लिहाजा वह फिरौती नहीं दे पाए. मंगलवार को बच्ची का शव यूपी के बुलंदशहर से मिला है. पुलिस बच्ची का सुराग नहीं लगा पाई और बच्ची की हत्या हो गई. बताया जा रहा है कि बच्ची की लाश बोरी में मिली है. सवाल उठ रहा है कि क्या फिरौती न मिलने पर अपहरणकर्ताओं ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया या फिर इसके पीछे कोई और वजह है.
नाना-नानी के साथ रहती थी बच्ची :मामला गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र इलाके का था, जहां से दो दिन पहले एक बच्ची संदिग्ध हालत में गायब हो गई थी. बच्ची अपने नाना- नानी के साथ रहती थी. 11 साल की बच्ची के माता-पिता हरियाणा के रहने वाले हैं और वहां पर मजदूरी करते हैं. बच्ची के पिता को फोन गया था जिसके बाद कहा गया कि 30 लाख दे दो नहीं तो बच्ची को मार देंगे. बच्ची के परिवार वालों ने कहा कि वे इतने रुपये दे पाने में असमर्थ हैं. लेकिन आज बच्ची का शव बुलंदशहर के देहात इलाके में मिली है. बच्ची का शव बोरी में मिला है. बच्ची की शिनाख्त के लिए परिवार को सूचित कर दिया गया है. बच्ची के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है.
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पुलिस नहीं कर पाई समय पर कार्रवाई :पुलिस के सामने सवाल यही है कि क्या बच्ची की हत्या अपहरणकर्ताओं ने इसलिए कर दी क्योंकि वह 30 लाख की फिरौती हासिल नहीं कर पाए ? मगर सवाल यह है कि एक मजदूर की बच्ची को अगवा करके 30 लाख की फिरौती मांगने की कोशिश बदमाशों ने क्यों की? यह सवाल पुलिस के सामने भी है जिस पर पुलिस जांच कर रही है. इस मामले में कई अन्य पहलुओं पर भी पुलिस जांच पड़ताल को आगे बढ़ा रही है. फिलहाल 11 साल की बच्ची की मौत के बाद सभी यही उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द पुलिस इस मामले में आरोपियों तक पहुंच पाए. अगर बच्ची को घर में से अगवा करके उसकी हत्या करने की बात सामने आ रही है तो यह माता-पिता के लिए भी काफी डरने वाली बात है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच पड़ताल करके जल्द आरोपियों तक पहुंचा जाएगा. पुलिस ने यह भी बताया था कि उन्हें मामले में अहम लीड मिल गई है. मगर बच्ची को जिंदा बचा पाने में पुलिस नाकाम रही.
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