नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) मुख्यालय में हुई लाइसेंस विभाग की बैठक के दौरान ज्यादा पार्षदों ने अपने क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण का मुद्दा उठाया. पार्षदों का कहना था कि लाइसेंस इंस्पेक्टर की लापरवाही के कारण दुकानदारों द्वारा सड़कों पर अतिक्रमण किया जा रहा है, जिससे आम लोगों को काफी परेशानियां हो रही है.
जमकर हो रहा अतिक्रमण
लाइसेंसिंग समिति की बैठक के दौरान सभी पार्षदों ने कहा कि उनके वार्ड में दुकानदारों के जरिए सड़कों पर अतिक्रमण किया जा रहा है, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है. वार्ड पार्षद नीमा भगत ने कहा कि उनके वार्ड में बड़े पैमाने पर बाइक रिपेयरिंग वालों ने दुकान खोल रखी है, जिसकी वजह से आम जनता परेशान है. वहीं दूसरी तरफ विभाग के अधिकारी अपनी मर्जी से दुकानों को सील कर रहे हैं. एक तरफ कोरोना से आम जनता पहले ही परेशान है, तो वहीं दूसरी ओर बिना किसी नोटिस के दुकानों को सील किए जाने से लोगों के रोजगार खत्म हो रहे हैं.
लोग हो रहे परेशान
वार्ड पार्षद रमेश गुप्ता ने बैठक के दौरान कहा कि उनके वार्ड में बड़े पैमाने पर रेहड़ी-खोमचे वालों ने मेन मार्केट में कब्जा कर रखा है. इसके साथ-साथ दुकानदारों ने भी अपने दुकानों के आगे अतिक्रमण कर रखा है. जिसकी वजह से रोजाना ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है. इसके साथ ही गांधीनगर ट्रांसपोर्ट वालों ने पूरी तरह सड़क पर कब्जा कर रखा है. हैरानी की बात ये है कि सब कुछ देखकर भी निगम के अधिकारी चुप बैठे हैं.
अवैध रूप से चल रही मीट की दुकान
बैठक के दौरान वार्ड पार्षद सरोज ने बताया कि शाम 6 बजे के बाद उनके वार्ड में अवैध मीट की दुकानों के साथ-साथ रेहड़ी-पटरी वालों द्वारा अतिक्रमण किया जाता है. जिस कारण सड़क पर पैदल चलने में भी लोगों को परेशानी हो रही है. जबकि इन सभी घटनाओं की सूचना लाइसेंस डिपार्टमेंट को होती है, लेकिन लाइसेंस इंस्पेक्टर द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.