नई दिल्लीः मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद विपक्षी पार्टियां अब अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग कर रही है. बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी मुख्यालय के पास प्रदर्शन किया और पोस्टर-बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. कांग्रेस पार्टी दो सालों से अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान चला रही थी. उनकी तरफ से लगातार यह साबित किया जा रहा था कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया मास्टरमाइंड है. इन साक्ष्यों को लेकर हम पुलिस, सीबीआई और उपराज्यपाल के पास गए. इसके साथ ही दिल्ली में जन जागरण, प्रदर्शन सहित तमाम काम किया और इस सरकार को सोने नहीं दिया. इसी का नतीजा है कि हमने जिन भी अधिकारियों और नेताओं का नाम लिया, वह आज जेल में है.
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चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अफसोस की बात है कि जिस शराब नीति को बनाने में तीसरे मंत्री कैलाश गहलोत भी शामिल थे, उन्हें अरविंद केजरीवाल ने इनाम दे दिया है. उन्हें मनीष सिसोदिया के कई प्रमुख मंत्रालय सौप दिया है. उन्होंने कहा कि कैलाश गहलोत पर डीटीसी बस घोटाले के भी आरोप हैं. इसकी शिकायत भी उनकी तरफ से सीबीआई को दी गई है. इसके बावजूद उन्हें इनाम दिया गया. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में सरकार नहीं बल्कि मजाक चल रहा है. दो मंत्रियों को 28 विभाग दे दिए गए हैं.