नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने एक बार फिर आम आदमी और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि जोहरी पुर गांव स्थित शिक्षा विभाग की कई सौ करोड़ रुपए की भूमि पर अवैध कब्जे के प्रयास से यह साबित हो गया कि पर्दे के पीछे दोनों मौसेरे भाई मिलकर सरकारी संपत्ति को लूटना चाहते थे.
उन्होंने आरोप लगाया कि 2007 से 2013 तक दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी और उनके शिक्षा मंत्री ने आवंटित भूमि पर विद्यालय भवन बनाना तो दूर की बात निगरानी के लिए चौकीदार भी नहीं छोड़ा. उसके बाद 2014 से 2023 तक आम आदमी पार्टी की सरकार है. उनकी खामोशी ने भी अतिक्रमण करने का दुस्साहस करने वालों को बल दिया. शिक्षा विभाग एवं शिक्षा मंत्रियों के मौन समर्थन से अतिक्रमणकारियों ने दिनदहाड़े करोड़ों की सरकारी संपत्ति को हड़पने की कोशिश की. इसके पीछे बड़े भ्रष्टाचार की गुंजाइश संभव है.
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सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया के सामने जमीन की कमी का रोना रोने वाले केजरीवाल पहले से ही आवंटित भूमि पर विद्यालय नहीं बना रहे हैं. और जोहरीपुर की जमीन पर अतिक्रमण की साजिश से साफ जाहिर हो रहा है कि विद्यालय बनाने के लिए जमीनों का अभाव नहीं काम करने की नियत का अकाल है.
पहले से आवंटित जमीनों को भू-माफिया के हाथों बेचकर भ्रष्ट अधिकारी और शिक्षा मंत्रियों द्वारा अपनी अपनी जेबें भरने की प्रबल संभावना है. जो न सिर्फ गैरकानूनी बल्कि दंडनीय अपराध भी है. उन्होंने मांग की कि अगर पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए तो भ्रष्टाचार का एक बड़ा गठबंधन बेनकाब हो सकता है. जिसमें नेता माफिया और भ्रष्ट अधिकारियों को दंड मिलने के साथ ही ऐसी बड़ी-बड़ी लूट की छूट पर भी विराम लगेगा.
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