नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में चोरी के ट्रकों के फर्जी रजिस्ट्रेशन तैयार कर उनके फाइनेंस करने का अनोखा मामला सामने आया है. मामले में पुलिस ने सलमान नाम के आरोपी को पकड़ा है. आरोपी के पास से 7 ट्रक बरामद हुए हैं, जो चोरी का है. मामले के तार राजस्थान और नागालैंड से जुड़ा है. पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है.
पुलिस के मुताबिक, नागालैंड और राजस्थान के संभागीय परिवहन विभागों में सेटिंग करके वहां से चोरी के ट्रक की एनओसी मंगवाई जाती थी. उन एनओसी के माध्यम से अलग-अलग राज्यों से रजिस्ट्रेशन करवा लिया जाता था. अभी तक 7 ट्रकों को बरामद किया गया है. यह सभी वह लोग हैं जो चोरी के ट्रकों को ट्रांसपोर्ट में इस्तेमाल कर रहे थे.
क्राइम ब्रांच एसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि चोरी के ट्रकों के तार मुख्य रूप से नागालैंड और राजस्थान से जुड़े हैं. आरोपी ट्रकों के इंजन और चेसिस नंबर तक बदल देते हैं. यह पूरा गैंग है जो अलग-अलग राज्यों से जुड़ा हो सकता है, मामले में जल्द और भी गिरफ्तारियां की जाएगी. अभी तक 35 अन्य ट्रकों के बारे में पता चला है जिनके बारे में जांच पड़ताल की जा रही है.
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आरोपी सलमान ने पूछताछ में बताया कि वह 12वीं पास है और ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़ा हुआ है. उसने बताया कि ट्रांसपोर्टरों के पास कुछ ट्रक थे जो किसी वजह से परिवहन लायक नहीं थे. उन ट्रकों के रजिस्ट्रेशन और चेसिस नंबर को चोरी के ट्रकों पर डाल दिया गया और संभागीय परिवहन विभाग से मिलकर फर्जी कागज बना लिए गए. यह सब कुछ नागालैंड और राजस्थान से करवाया गया. इसके बाद चोरी के ट्रकों को रोड पर दौड़ाया गया. इस काम में दो लोग सत्येंद्र और तरीकत प्रधान शामिल हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही है.