नई दिल्ली/गाजियाबाद: 13 अप्रैल का दिन माफिया अतीक अहमद के लिए उसकी जिंदगी का सबसे खौफनाक दिन बन गया. गुरुवार को जब माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को कोर्ट में पेश किया जा रहा था, तभी यूपी एसटीएफ ने उसके बेटे असद को झांसी से 30 किलोमीटर दूर बड़ा गांव के पास एनकाउंटर में ढेर कर दिया. चंद रोज पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में माफियाओं को मिट्टी में मिला देने का बयान दिया था.
इसपर गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि, प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस के जवानों की अपराधियों ने हत्या कर दी थी. ऐसी दर्दनाक घटना के मुजरिमों का जिस तरह से उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा एनकाउंटर किया गया है, उससे पूरे प्रदेश में जश्न का माहौल है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. आज उस बात पर मुहर लगी है और प्रदेश में राम राज्य स्थापित हुआ है. उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से अब अपराधी प्रदेश छोड़कर भागने को मजबूर हैं.
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से इस तरह का दुस्साहस करने की अब किसी की हिम्मत नहीं होगी. समाजवादी पार्टी द्वारा एनकाउंटर पर जो प्रश्न चिह्न लगाया गया है, उससे यह सिद्ध होता है समाजवादी पार्टी को इस कार्रवाई से दर्द हो रहा है. मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी का जो भी बचा कुचा जनाधार रह गया है, वह भी जल्द समाप्त हो जाएगा.
यह भी पढ़ें-Sanjay Singh target on ED: AAP सांसद ED के निदेशक पर करेंगे मानहानि का केस, जानें क्या है मामला