जानकारी के अनुसार हैदराबाद की एक कंपनी यह काम करती है. वह कई राज्यों में 3डी स्कैनिंग का काम कर चुके हैं, लेकिन दिल्ली में पहली बार अर्पित होटल में उन्होंने यह काम किया है. उन्होंने इस घटना के बाद क्राइम ब्रांच से संपर्क किया था. उन्होंने पुलिस को बताया कि किस तरह 3डी स्कैनिंग के जरिए एक बार मौके पर वीडियो शूट किया जा सकता है. इसके शूट करने से उन्हें बार-बार मौके पर नहीं जाना पड़ेगा. इस वीडियो में वह बारीक से बारीक चीज को भी अपने लैपटॉप पर ही देख सकेंगे.
गुरुवार को बनाया गया 3डी स्कैनिंग वीडियो
गुरुवार को दोपहर बाद क्राइम ब्रांच की एक टीम के साथ यह वीडियो तैयार करने वाली टीम भी पहुंची. इसने सबसे पहले होटल के चारों तरफ से उसका वीडियो शूट किया. इसके बाद होटल की प्रत्येक मंजिल एवं कमरे में जाकर उन्होंने वीडियो शूट किया.
इसके जरिए प्रत्येक कमरे की बारीक से बारीक चीज भी कैमरे में कैद हो गई है. इस कंपनी ने 3डी वीडियो तैयार कर क्राइम ब्रांच को दिया है जिसकी मदद से सभी साक्ष्य इस वीडियो में सुरक्षित हो गए हैं. इसके साथ ही होटल का पूरा नक्शा भी उनके पास आ गया है. इसमें होटल की पूरी बनावट मौजूद है.
बार-बार नहीं जाना होगा होटल
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले की छानबीन के लिए अब उन्हें बार-बार होटल नहीं जाना होगा. इस वीडियो के तैयार होने से वह होटल के प्रत्येक कमरे की स्थिति को अपने लैपटॉप में कभी भी देख सकते हैं. इतना ही नहीं यह मामला जब अदालत में जायेगा तो वहां भी जज को बड़ी ही आसानी से यह वीडियो दिखाकर समझाया जा सकेगा कि होटल कैसा बना है और इसमें कैसे यह घटना हुई.
इसके अलावा वीडियो में वह साक्ष्य भी कैद हो जाएंगे जो शायद अभी उन्हें नहीं दिख रहे. अगर इस मामले में यह तकनीक कामयाब रही तो भविष्य में भी इसका इस्तेमाल दिल्ली पुलिस कर सकती है.