नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग की है कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मुफ्त बिजली देने का वादा किया था, लेकिन बिजली की दरों में 23 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव रख दिया गया. इस तरह भाजपा ने किसानों से वादा खिलाफी की है. उन्होंने कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो आम आदमी पार्टी आन्दोलन करने को मजबूर होगी.
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे जिला अध्यक्ष डॉ. सचिन शर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान वर्तमान सरकार ने उत्तर प्रदेश में बिजली को लेकर ये स्पष्ट किया था कि चुनाव जीतने के बाद सरकार जनता को सस्ती बिजली और किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराएगी. जो भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में भी शामिल है, पर ऐसा नहीं हुआ. इधर, हाल में बिजली के दाम घटना तो दूर की बात, बल्कि सरकार ने बिजली की दरों में 23% वृद्धि का प्रस्ताव भी रख दिया है. जिससे जनता पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव पड़ेगा और ये प्रस्ताव कहीं से भी स्वीकार करने योग्य नहीं है.
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आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष निमित यादव ने कहा कि हमारा सरकार से सवाल है कि वास्तव में देश में 30% तक कोयले का उत्पादन भी बढ़ा है, फिर क्यों बिजली की दरें बढ़ाई जा रहीं हैं? राज्य सरकार ने जनता और विशेषकर किसान भाइयों के साथ वादाखिलाफी की है और अब उन्हें आर्थिक रूप से पीड़ित किया जा रहा है.
आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता तरुणिमा श्रीवास्तव ने कहा कि बिजली समाज के सभी वर्गों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है. आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश सरकार से अपील करती है कि मामले में हस्तक्षेप कर जनता को सस्ती बिजली और किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए एवं बिजली के दामों में होने वाली बेतहाशा वृद्धि को रोकने की उचित कार्यवाही करें.
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