नई दिल्ली /नोएडा: नोएडा में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में इंडिया एक्सपोर्ट में आधारशिला ने भी अपने प्रोजेक्ट को पेश किया है. आधारशिला के संस्थापक सदस्य विजय सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया की बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने हेतु स्कूलों के छात्रों को एस्ट्रोनॉमी, प्रौद्योगिकी और विज्ञान में लर्निंग बाय डूइंग की तर्ज पर शिक्षा दी जा रही है. बच्चों को न्यूटन के नियम, बुलेट ट्रेन की संकल्पना, ग्रहण का घूमना और टेलिस्कोप से ब्रह्मांड की सैर करने का मौका मिल रहा है. इसके साथ ही सोलर सिस्टम यानी सौर प्रणाली रात और दिन की प्रक्रिया, फिजिक्स में लाईट, लेंस और साउंड, केमिस्ट्री में तापमान मापने से लेकर बैट्री की संकल्पना, बायोलोजी में मानव शरीर व सेल की जानकारी लैब के द्वारा दी जा रही है. लैब के स्थापित होने से जहां स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है वही लैब में प्रयोग के साथ बच्चों को सिखाने में भी आसानी हो रही है.
बच्चे सीख रहे तकनीक: विजय ने बताया कि लैब के द्वारा तकनीकी में कोडिंग, रोबोटिक्स, एआई, सेंसर और व्यक्तित्व व कैरियर विकास की दिशा में प्रशिक्षण के साथ ही देश के शीर्ष शोध संस्थानों के वैज्ञानिकों से रूबरू होने का अवसर भी प्रदान किया जा रहा है. प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में 100 आधारशिला लैब अभी तक स्थापित किए जा चुके हैं. लैब को अलग-अलग थीम पर बनाया जा रहा है. हाल ही में एक लैब को चंद्रयान-3 की सफलता पर बनाया गया है, जिससे सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक स्वभाव विकसित हो सके.
शिक्षा को बेहतर बनाने का प्रयास: उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों को विज्ञान में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए स्पेशल लैब बनाई जा रही है. एस्ट्रोनॉमी, प्रौद्योगिकी और विज्ञान के लिए लैब बनाई जा रही है. यह लैब उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में बन चुकी है और इससे सैकड़ो बच्चे विज्ञान के नए तरीके सीखकर लाभ ले रहे हैं. उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए आधारशीला लैब बनाई जा रही है. जहां एक तरफ बच्चों की आधारशिला लैब में पढ़ने के लिए रुचि बढ़ रही है, वहीं स्कूलों में भी बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इसके साथ ही बच्चों को प्राइवेट स्कूलों की तरह पढ़ाई के साथ लैब प्रयोग करने की भी सुविधा मिल रही है. यूपी के कई जिलों में आधारशिला द्वारा स्कूलों में लैब स्थापित कर दिया गया है और बाकि के स्कूलों के लिए काम चल रहा है.
ग्राम पंचायत के सहयोग से कार्य: ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में आधारशिला लैब बनाने के लिए ग्राम पंचायत के बजट से सहायता ली जाती है. वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के 10 से ज्यादा जिलों के सरकारी विद्यालयों में आधारशिला लैब बनाई जा चुकी है. भविष्य में प्रत्येक सरकारी स्कूलों में आधारशिला लैब स्थापित करने की योजना बनाई गई है. जिलाधिकारी के सहयोग से उनके द्वारा बताई गई स्कूलों में आधारशिला लैब स्थापित की जा रही है.
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