नई दिल्ली: डीडीए (दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी) के द्वारा बसाई गई द्वारका उपनगरी का बहुत सारा हिस्सा मेंटेनेंस के लिए धीरे-धीरे एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) को ट्रांसफर होने जा रहा है. इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो रही है. अब सिर्फ 3 एकड़ से बड़े पार्क ही डीडीए के पास होंगे. बाकी सड़क, नाली, ड्रेनेज, पार्क, स्ट्रीट लाइट सभी चीजों की मेंटेनेंस एमसीडी की टीम ही करेगी. इसी बीच द्वारका में अलग-अलग तरह की समस्याएं सामने आ रही है. इसमें वाटर लॉगिंग, कूड़े का ढेर लगने जैसी समस्याएं शामिल हैं.
इन मुद्दों को लेकर द्वारका फोरम की टीम ने द्वारका-बी से काउंसलर और पूर्व मेयर कमलजीत सहरावत के साथ बैठक करके विभिन्न समस्याओं को प्रमुखता से उठाया. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मेयर से शिष्टाचार मुलाकात की और कई मामलों को लेकर उनके सामने बातें रखी. इसमें खास करके सफाई, कूड़ा और जगह-जगह वॉटर लॉगिंग आदि समस्याएं शामिल थी.
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इस दौरान द्वारका फोरम के अध्यक्ष सुशील कुमार के साथ दूसरे अन्य पदाधिकारी महेश टॉक, अंजना सिन्हा, अनुराग मोहन, सुनील दत्त, अर्चिता सिन्हा और पी. मेनन भी मौजूद रहे. द्वारका फोरम की टीम ने बैठक के दौरान द्वारका-बी वार्ड में होने वाले अलग-अलग समस्याओं को लेकर एक लिखित ज्ञापन दिया और उनसे इन मामलों को लेकर जल्द ही पहल करने की मांग की. बैठक के दौरान पूर्व मेयर ने द्वारका फोरम के प्रतिनिधिमंडल की बात सुनी और उनके द्वारा बताई गई समस्याओं को चिह्नित करके उसे समय पर दूर कराने का भरोसा दिया.
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