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Ganpati Temple in Ghaziabad : दक्षिण भारत की तर्ज पर 2 करोड़ रुपए में गाजियाबाद में बना श्री महागणपति मंदिर, जानें खासियत - मंदिर का महाकुंभा अभिषेक

गाजियाबाद के प्रताप विहार में दक्षिण शैली की तर्ज पर श्री महागणपति मंदिर बनाया गया है. मंदिर की खासियत है कि यहां पूजा-अर्चना, हवन इत्यादि पूरी तरह से दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 31, 2023, 2:56 PM IST

गाजियाबाद का श्री महा गणपति मंदिर

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के प्रताप विहार में दक्षिण शैली की तर्ज पर श्री महागणपति मंदिर बनाया गया है. संतोष ग्रुप के अध्यक्ष डॉ पी महालिंगम द्वारा मंदिर का निर्माण कराया गया है. जानकारी के अनुसार मंदिर निर्माण में तकरीबन दो करोड़ रुपए का खर्च आया है. 14 मई 2023 को मंदिर का महाकुंभा अभिषेक किया गया था. इस मंदिर को बनाने में लगभग 10 महीने का वक्त लगा है. हालांकि, मुख्य द्वार का निर्माण कार्य जारी है. निर्माण पूरा होने के बाद इसे भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा.

मंदिर का कार्य अंतिम चरणों में चल रहा है. खास बात है कि इसकी दीवारों पर सुंदर कलाकृति उकेरी गई है. पिल्लराें पर दक्षिण भारतीय सभ्यता को दर्शाया गया है. जो दूर से ही आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यही नहीं मंदिर की खासियत है कि यहां पूजा-अर्चना, हवन इत्यादि पूरी तरह से दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित है.

संतोष मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की सीएसआर हेड श्वेता चौधरी के मुताबिक, श्री महागणपति मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि का देवता माना जाता है. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को खोलने में तकरीबन 3 से 4 महीने का अभी और वक्त लगेगा, क्योंकि मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण कार्य चल रहा है. जैसे ही मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण पूरा होगा, उसके बाद मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा.

मंदिरों में गोपुरम का विशेष महत्व: दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित मंदिरों में गोपुरम का विशेष महत्व होता है. गोपुरम को मंदिर का मुख्यद्वार कहा जा सकता है. जब भी श्रद्धालु ऐसे मंदिरों में जाते हैं तो सबसे पहले प्रवेश द्वारा नजर आता है, जिसे गोपुरम कहते हैं. श्रद्धालु गोपुरम के समक्ष सिर झुकाकर मंदिर में प्रवेश करते हैं. मान्यता है कि गोपुरम के दर्शन मात्र से पाप नष्ट हो जाते हैं. श्री महागणपति मंदिर में गोपुरम पर श्रद्धालुओं को अद्भुत नक्काशी भी देखने को मिलेगी. गोपुरम कई किलोमीटर दूर से ही दिखाई देगा.

यह भी पढ़ें-Festivals in September 2023: इस दिन भाद्रपद पूर्णिमा, अजा एकादशी और अमावस्या, जानें माह के व्रत-त्योहार

गाजियाबाद का श्री महा गणपति मंदिर

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के प्रताप विहार में दक्षिण शैली की तर्ज पर श्री महागणपति मंदिर बनाया गया है. संतोष ग्रुप के अध्यक्ष डॉ पी महालिंगम द्वारा मंदिर का निर्माण कराया गया है. जानकारी के अनुसार मंदिर निर्माण में तकरीबन दो करोड़ रुपए का खर्च आया है. 14 मई 2023 को मंदिर का महाकुंभा अभिषेक किया गया था. इस मंदिर को बनाने में लगभग 10 महीने का वक्त लगा है. हालांकि, मुख्य द्वार का निर्माण कार्य जारी है. निर्माण पूरा होने के बाद इसे भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा.

मंदिर का कार्य अंतिम चरणों में चल रहा है. खास बात है कि इसकी दीवारों पर सुंदर कलाकृति उकेरी गई है. पिल्लराें पर दक्षिण भारतीय सभ्यता को दर्शाया गया है. जो दूर से ही आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यही नहीं मंदिर की खासियत है कि यहां पूजा-अर्चना, हवन इत्यादि पूरी तरह से दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित है.

संतोष मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की सीएसआर हेड श्वेता चौधरी के मुताबिक, श्री महागणपति मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि का देवता माना जाता है. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को खोलने में तकरीबन 3 से 4 महीने का अभी और वक्त लगेगा, क्योंकि मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण कार्य चल रहा है. जैसे ही मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण पूरा होगा, उसके बाद मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा.

मंदिरों में गोपुरम का विशेष महत्व: दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित मंदिरों में गोपुरम का विशेष महत्व होता है. गोपुरम को मंदिर का मुख्यद्वार कहा जा सकता है. जब भी श्रद्धालु ऐसे मंदिरों में जाते हैं तो सबसे पहले प्रवेश द्वारा नजर आता है, जिसे गोपुरम कहते हैं. श्रद्धालु गोपुरम के समक्ष सिर झुकाकर मंदिर में प्रवेश करते हैं. मान्यता है कि गोपुरम के दर्शन मात्र से पाप नष्ट हो जाते हैं. श्री महागणपति मंदिर में गोपुरम पर श्रद्धालुओं को अद्भुत नक्काशी भी देखने को मिलेगी. गोपुरम कई किलोमीटर दूर से ही दिखाई देगा.

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