नई दिल्ली: कोलकाता में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट का असर अब राजधानी में भी देखा जा सकता है. दिल्ली में सभी रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं और इस समय सिर्फ इमरजेंसी सुविधा ही सभी अस्पतालों में लागू है. इसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एलएनजेपी, हिंदूराव हॉस्पिटल, सफदरजंग अस्पताल, जीटीबी अस्पताल शामिल हैं.
'हमारा उद्देश्य लोगों को परेशान करना नहीं'
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर अमरिंदर सिंह ने कहा कि डॉक्टर लोगों की सुरक्षा करते हैं. लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए जाते हैं. वेस्ट बंगाल में जिस तरह से डॉक्टरों के साथ व्यवहार किया गया है, वह बेहद निंदनीय है.
इस बाबत हम लोग एक साथ जुट होकर अपने साथियों का सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य लोगों को परेशान करना नहीं है, लेकिन किस तरीके से हमारे साथ व्यवहार किया गया, वह भी नहीं सहा जाएगा. इसलिए जरूरी है कि हमें सुरक्षा दी जाए.
जनता हो रही परेशान
उन्होंने कहा कि इस बाबत 5 लोगों की टीम स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से मिलने के लिए गई है. हमने उनसे मांग की है कि हम लोग तभी काम पर लौटेंगे, जब तक हमें पूर्ण रूप से सुरक्षा नहीं मिल जाती है.
फिलहाल जिस तरीके से हड़ताल का असर देश की राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में देखने को मिल रहा है, उससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.