नई दिल्ली: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत के साथ दिल्ली एनसीआर रविवार से भक्ति के रंग में डूबा नजर आ रहा है. नवरात्रि में कलश स्थापना के साथ भव्य रामलीलाओं का मंचन भी शुरू हो गया है. यहां सैकड़ों कमेटी द्वारा किए जा रहे रामलीला के मंचन के माध्यम से नई पीढ़ी तक भगवान राम के संदेश को पहुंचने की कवायद की जा रही है. ये सिलसिला अगले 11 दिनों तक जारी रहेगा.
इन रामलीलाओं को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट रही है. साथ ही लोग लाखों की संख्या में रामलीला का मंचन ऑनलाइन देख रहे हैं. 1958 से दिल्ली के लाल किले में रामलीला का मंचन कर रही नव श्री धार्मिक रामलीला कमेटी, इस साल बहुत ही अद्भुत तरीके से रामलीला को प्रस्तुत करेगी. इसमें चंद्रयान की मॉडल का प्रयोग कर सीता हरण का मंचन किया जाएगा.
इसके अलावा श्री सुल्लामल रामलीला में शनिवार को सीता स्वंयवर का मंचन किया गया. इसमें राजा जनक की सभा में दूर देश से आए राजाओं के साथ भगवान श्रीराम अपने भाई लक्षमण और गुरू विश्वामित्र के साथ पहुंचे और गुरू की आज्ञा पाकर भगवान शिव का धनुष तोड़ दिया.
इसके बाद राजा जनक की आज्ञा से मां सीता ने भगवान श्रीराम के गले में वरमाला पहनाई. वहीं रावण के चंद्रहास प्राप्त लीला को भी कलाकरों ने बखूबी प्रस्तुत किया. इस साल दिल्ली एनसीआर में लगभग एक हजार पंडाल व रामलीलाओं का आयोजन हो रहा है. एनसीआर के विभिन्न इलाकों में बड़े मैदानों में मेले लगे हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ दुर्गा पूजा के पंडाल भी लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं.