ETV Bharat / state

CAB: जामा मस्जिद पर जोरदार विरोध प्रदर्शन, अलका लांबा भी हुईं शामिल

author img

By

Published : Dec 13, 2019, 5:39 PM IST

दिल्ली की जामा मस्जिद पर लोगों ने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस अवसर पर कांग्रेस नेता अलका लांबा, मुदित अग्रवाल और शोएब इक़बाल ने मौजूद रहे.

Protest at Jama Masjid over CAB
जामा मस्जिद पर विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल पर आज राजधानी दिल्ली में जगह जगह विरोध प्रदर्शन किए गए. दिल्ली की जामा मस्जिद चौक पर जुमे की नमाज के बाद लोगों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. इस अवसर पर कांग्रेस नेता अलका लांबा, मुदित अग्रवाल और शोएब इकबाल ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया.

जामा मस्जिद पर विरोध प्रदर्शन

'9 बार बिल में हो चुका है संशोधन'
पूर्व विधायक अलका लांबा ने कहा कि नागरिकता बिल में पहले भी 9 बार संशोधन हुआ है. लेकिन इतिहास उठाकर देखें धर्म के नाम पर कभी इस बिल में संशोधन नही किया गया. उन्होंने कहा कि पहले हमें लगा था कि ये बिल असम और नॉर्थ ईस्ट के लिए है लेकिन जब ये बिल लाया गया तो पता चला कि ये पूरे देश के लिए है.

'ये देश किसी एक धर्म के लोगों का नहीं है'
मुदित अग्रवाल ने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ तो इसका विभाजन कर दिया गया. लेकिन तब उस वक्त के नेताओ ने जिनमे मौलाना आजाद पंडित नेहरू, अंबेडकर और महात्मा गांधी ने सबको ये संदेश दिया के ये भारत देश सभी धर्मों के मानने वालों का है यहां से मत जाओ. लेकिन आज की सरकार इस देश को एक खास धर्म के लोगों का बनना चाहती है.

'बिल का पूरे देश में विरोध प्रदर्शन'
पूर्व विधायक शोएब इक़बाल ने कहा कि आजाद भारत मे आज तक ऐसा नही हुआ जो मोदी के राज में हो रहा है. वह इस देश को अपनी जागीर समझ रहे है इस तरह की सोच इस देश के लिए खतरनाक है.
उन्होंने कहा कि आज पूरे देश मे विरोध किया जा रहा है जिसमें हिन्दू भाई भी शामिल है असम जल रहा है कितने लोग मारे गए कुछ पता नहीं. प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए है हमे सब को खड़े होना होगा और इस सरकार के विरोध अपना आक्रोश दिखाना होगा.

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल पर आज राजधानी दिल्ली में जगह जगह विरोध प्रदर्शन किए गए. दिल्ली की जामा मस्जिद चौक पर जुमे की नमाज के बाद लोगों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. इस अवसर पर कांग्रेस नेता अलका लांबा, मुदित अग्रवाल और शोएब इकबाल ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया.

जामा मस्जिद पर विरोध प्रदर्शन

'9 बार बिल में हो चुका है संशोधन'
पूर्व विधायक अलका लांबा ने कहा कि नागरिकता बिल में पहले भी 9 बार संशोधन हुआ है. लेकिन इतिहास उठाकर देखें धर्म के नाम पर कभी इस बिल में संशोधन नही किया गया. उन्होंने कहा कि पहले हमें लगा था कि ये बिल असम और नॉर्थ ईस्ट के लिए है लेकिन जब ये बिल लाया गया तो पता चला कि ये पूरे देश के लिए है.

'ये देश किसी एक धर्म के लोगों का नहीं है'
मुदित अग्रवाल ने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ तो इसका विभाजन कर दिया गया. लेकिन तब उस वक्त के नेताओ ने जिनमे मौलाना आजाद पंडित नेहरू, अंबेडकर और महात्मा गांधी ने सबको ये संदेश दिया के ये भारत देश सभी धर्मों के मानने वालों का है यहां से मत जाओ. लेकिन आज की सरकार इस देश को एक खास धर्म के लोगों का बनना चाहती है.

'बिल का पूरे देश में विरोध प्रदर्शन'
पूर्व विधायक शोएब इक़बाल ने कहा कि आजाद भारत मे आज तक ऐसा नही हुआ जो मोदी के राज में हो रहा है. वह इस देश को अपनी जागीर समझ रहे है इस तरह की सोच इस देश के लिए खतरनाक है.
उन्होंने कहा कि आज पूरे देश मे विरोध किया जा रहा है जिसमें हिन्दू भाई भी शामिल है असम जल रहा है कितने लोग मारे गए कुछ पता नहीं. प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए है हमे सब को खड़े होना होगा और इस सरकार के विरोध अपना आक्रोश दिखाना होगा.

Intro:नई दिल्ली।
नागरिकता संशोधन बिल पर आज राजधानी दिल्ली में जगह जगह विरोध प्रदर्शन किए गए।दिल्ली की जामा मस्जिद चौक पर जुमे की नमाज़ के बाद आम मुसलमानो ने ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया।इस अवसर पर कांग्रेस नेता अलका लांबा,मुदित अग्रवाल और शोएब इक़बाल ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।Body:CAB,जामा मस्जिद पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन
सेकड़ो लोगो ने मोदी सरकार के ख़िलाग लगाए नारे,बिल वापस लेने की मांग

नई दिल्ली।
नागरिकता संशोधन बिल पर आज राजधानी दिल्ली में जगह जगह विरोध प्रदर्शन किए गए।दिल्ली की जामा मस्जिद चौक पर जुमे की नमाज़ के बाद आम मुसलमानो ने ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया।इस अवसर पर कांग्रेस नेता अलका लांबा,मुदित अग्रवाल और शोएब इक़बाल ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।

पहले भी 9 बार बिल मे संशोधन हुआ है

पूर्व विधायक अलका लांबा ने कहा कि नागरिकता बिल में पहले भी 9 बार संशोधन हुआ है। लेकिन इतिहास उठाकर देखे धर्म के नाम पर कभी इस बिल में संशोधन नही किया गया।उन्होंने कहा कि पहले हमें लगा था कि ये बिल असम और नार्थ ईस्ट के लिए है लेकिन जब ये बिल लाया गया तो पता चला कि ये पूरे देश के लिए है

ये देश किसी एक धर्म के लोगो का नही है
मुदित अग्रवाल ने कहा कि 1947 में जब देश आज़ाद हुआ तो इसका विभाजन कर दिया गया लेकिन तब उस वक़्त के नेताओ ने जिनमे मौलाना आज़ाद,पंडित नेहरू ,अंबेडकर और महात्मा गांधी ने सब को ये संदेश दिया के ये भारत देश सभी धर्मों के मानने वालों का है यहां से मत जाओ।लेकिन आज की सरकार इस देश को एक खास धर्म के लोगों का बनना चाहती है

देश संकट मे है

पूर्व विधायक शोएब इक़बाल ने कहा कि आज़ाद भारत मे आज तक ऐसा नही हुआ जो मोदी के राज में हो रहा है।वह इस देश को अपनी जागीर समझ रहे है इस तरह की सोच इस देश के लिए खतरनाक है।उनहोने कहा कि आज पूरे देश मे विरोध किया जा रहा है जिसमे हिन्दू भाई भी शामिल है असम जल रहा है कितने लोग मारे गए कुछ पता नही।प्रधान मंत्री चुप्पी साधे हुए है हमे सब को खड़े होना होगा और इस सरकार के विरोध अपना आक्रोश दिखाना होगाConclusion:विसुअल्स
स्पीच
वौइस् ओवर
स्पीच
अलका लांबा
मुदित अग्रवाल
शोएब इक़बाल


वसी उस्मानी
संवाददाता
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.