नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का प्रदर्शन पिछले 10 दिनों से जारी है. कई खिलाड़ी और राजनीतिक दल इनका समर्थन कर जंतर-मतर पहुंच रहे हैं. पहलवानों का ये प्रदर्शन जंतर-मंतर पर तो चल ही रहा है और अब ये सोशल मीडिया पर भी एक मुहिम बन चुका है. इसके माध्यम से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण का बहिष्कार कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है. इसे लेकर पहलवानों द्वारा लगातार ट्वीट भी किया जा रहा है और लोगों से समर्थन की अपील की जा रही है.
पहलवानों की इस अपील पर भारतीय किसान यूनियन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र डागर और महासचिव दलजीत डागर के नेतृत्व में बुधवार को किसान यूनियन के सदस्य और कई अन्य लोग पहलवानों के समर्थन के लिए जंतर-मंतर जा रहे थे. चूंकि प्रदर्शनकारी पहलवान पिछले कई दिनों से जंतर-मंतर पर रह रहे हैं और उनके पास कोई सुविधा भी नहीं है, इसलिए किसान यूनियन के सदस्य अपने साथ पहलवानों के लिए फोल्डिंग, चारपाई और अन्य जरूरत का सामान लेकर जा रहे थे. इससे पहले कि वो जंतर-मंतर पहुंचते, दिल्ली पुलिस ने उन्हें धौला कुआं के पास ही रोक लिया और उन सभी को थाने ले गई.
पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष वीरेन्द्र डागर, महासचिव दलजीत डागर और दिल्ली प्रदेश की महिला अध्यक्ष सुदेश सांगवान और संरक्षक राज डागर को हिरासत में ले लिया. इसे लेकर दिल्ली प्रदेश किसान यूनियन के अध्यक्ष और महासचिव ने नाराजगी भी जाहिर की. उन्होंने कहा कि वो अपनी बहन-बेटियों की मदद के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है.
दरअसल जंतर-मंतर पर पहलवान और दिल्ली पुलिस में हुई झड़प की खबरों के बाद बजरंग पहलवान, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने बयान जारी करते हुए कहा था कि हमें पूरे देश के समर्थन की जरूरत है और उनके समर्थन में लोगों को दिल्ली आना चाहिए. पहलवानों ने कहा था कि पुलिस हमारे खिलाफ बल प्रयोग कर रही है और हमारी महिलाओं के साथ अभद्रता कर रही है. पहलवानों के इस आह्वान के बाद भारतीय किसान यूनियन उनके समर्थन में जंतर मंतर की ओर जा रहे थे कि तभी पुलिस ने उनको डिटेन कर लिया.