नई दिल्ली: पुरानी दिल्ली की जीआरपी पुलिस ने बाल तस्करी करने वाले 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 12 से 14 साल के चौदह नाबालिग बच्चों को बचाने में सफलता हासिल की है. सभी बच्चों को लाजपत नगर क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया है.
रेलवे डीसीपी हरेंदर सिंह ने बताया कि एक एनजीओ को बच्चों की तस्करी की सूचना मिली थी. सूचना थी कि बिहार के अलग-अलग जिलों से महानंदा एक्सप्रेस ट्रेन द्वारा 14 नाबालिग बच्चों को दिल्ली लाया जा रहा है.
जानकारी मिलते ही पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन थाने के एसएचओ शिव दत्त जामिनी द्वारा पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया. ऑपरेशन के तहत बच्चों की तस्करी करने वाले 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
आरोपियों की हुई पहचान
इनकी पहचान मोहम्मद अकबर, मोहम्मद मंजूर आलम, नौशाद, तसुविल, मोहम्मद नसीम, अमन कुमार शर्मा, नूर आलम, मोहम्मद मेहराज, मसखूर आलम और महेश लाल केवट के रूप में की गई है. सभी आरोपी बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले बताए जा रहे हैं. आरोपियों की उम्र 25 साल से 35 साल के बीच बताई जा रही है.
अलग-अलग जिलों के हैं बच्चे
पूछताछ के दौरान पता चला कि ये बच्चे बिहार के अलग-अलग जिलों के हैं. कटिहार के 9 बच्चे, बेगूसराय के 2, किशनगंज के 2 और पूर्णिया का 1 बच्चा है. आरोपियों ने इन बच्चों को अलग-अलग जगहों पर ले जाने की योजना बनाई थी.
आरोपियों ने ये भी बताया कि बच्चों को कारखाने ले जाकर उनसे काम करवाया जाना था क्योंकि इस समय मजदूरों की संख्या में भारी कमी है. ये आरोपी बिहार में गरीब परिवारों को निशाना बनाते थे और उन्हें नौकरी देने का वादा करते थे. बच्चों से बाल मजदूरी करवाने के लिए अलग-अलग जगहों पर बच्चों को सप्लाई करने का प्लान था. फिलहाल गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.