ETV Bharat / state

Navratri Special: गुफा वाला मंदिर कराता है वैष्णो देवी मंदिर में होने का एहसास, जानिए इनसाइड स्टोरी

गुफा वाला मंदिर एनसीआर के प्रमुख मंदिरों में से एक है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु वैष्णो माता के दर्शन के लिए आते हैं. मां यहां आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.

गुफा वाला मंदिर
गुफा वाला मंदिर
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 14, 2023, 3:53 PM IST

गुफा वाला मंदिर

नई दिल्ली/गाजियाबाद: 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होगी. नवरात्रि के दौरान मंदिरों में अलग ही रौनक देखने को मिलती है. गाजियाबाद की घंटाघर इलाके के गोल मार्केट में स्थित गुफा वाला मंदिर एनसीआर के प्रमुख मंदिरों में से एक है. गुफा वाले मंदिर में नवरात्रि के दौरान भक्तों का ताता लगा रहता है. मैन रोड से हटकर अंदर तंग गलियों में बने इस मंदिर में केवल दिल्ली एनसीआर ही नहीं, बल्कि देशभर के श्रद्धालु पहुंचते हैं.

मंदिर में तीन गुफाएं हैं. पहली गुफा में माता वैष्णो देवी विराजमान है. जबकि दूसरी गुफा में बाबा बरसानी विराजमान है. तीसरी गुफा में भगवान शिव विराजमान हैं.
मंदिर में तीन गुफाएं हैं. पहली गुफा में माता वैष्णो देवी विराजमान है. जबकि दूसरी गुफा में बाबा बरसानी विराजमान है. तीसरी गुफा में भगवान शिव विराजमान हैं.

नवरात्रि के दौरान मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ नजर आती है. मंदिर से तकरीबन आधा किलोमीटर तक भक्तों की कतार लगी हुई दिखाई देती है. गुफा वाला मंदिर करीब आधा दशक पुराना है. खास बात यह है कि गुफा वाले मंदिर में पहुंचकर भक्तों को वैष्णो देवी में होने का एहसास होता है. यहां आने वाले भक्ति बताते हैं कि मंदिर में आकर एक अलग तरह की शांति प्राप्त होती है.

गुफा वाला मंदिर एनसीआर के प्रमुख मंदिरों में से एक है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु वैष्णो माता के दर्शन के लिए आते हैं. मां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
गुफा वाला मंदिर एनसीआर के प्रमुख मंदिरों में से एक है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु वैष्णो माता के दर्शन के लिए आते हैं. मां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.

65 साल पुराना है मंदिर: गुफा वाले मंदिर के प्रमुख महंत दिनेश भारद्वाज के मुताबिक, मंदिर तकरीबन 65 साल पुराना है. मंदिर में माता रानी के दर्शन करने के लिए दूर दराज के इलाकों से श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालुओं में ऐसी मान्यता है कि गुफा वाले मंदिर में आकर प्रार्थना करने और माता के दर्शन करने से संतान की प्राप्ति होती है. साथ ही बेटियों के विवाह में आ रही अड़चने और बाधाएं दूर होती है. मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर माता का श्रृंगार करते हैं. कई श्रद्धालु तो ऐसे हैं जो हर साल नवरात्रि में आकर श्रृंगार और पूजा अर्चना करते हैं और भंडारा कराते हैं.

मंदिर में आकर भक्त कई कई घंटे गुफाओं में बैठकर तपस्या करते हैं. भक्तों का ऐसा मानना है की गुफाओं में पूजा अर्चना करने से उन्हें शांति मिलती है.
मंदिर में आकर भक्त कई कई घंटे गुफाओं में बैठकर तपस्या करते हैं. भक्तों का ऐसा मानना है की गुफाओं में पूजा अर्चना करने से उन्हें शांति मिलती है.

मंदिर में मौजूद है तीन गुफाएं: महंत दिनेश भारद्वाज बताते हैं कि मंदिर में तीन गुफाएं हैं. पहली गुफा में माता वैष्णो देवी विराजमान है. जबकि दूसरी गुफा में बाबा बरसानी विराजमान है. तीसरी गुफा में भगवान शिव विराजमान हैं. मंदिर में आकर भक्त कई कई घंटे गुफाओं में बैठकर तपस्या करते हैं. भक्तों का ऐसा मानना है की गुफाओं में पूजा अर्चना करने से उन्हें शांति मिलती है. गूगल मैप का इस्तेमाल कर सीधे गुफा वाले मंदिर पहुंच सकते हैं. गूगल मैप पर लोकेशन मौजूद है.

NOTE: खबर मान्यताओं और जानकारी पर आधारित है. खबर में शामिल तथ्यों की सटीकता की ईटीवी भारत पुष्टि नहीं करता है.

ये भी पढ़ें:

  1. Navratri 2023: नवरात्रि को लेकर सजा संतोषी माता और कात्यायनी माता का दरबार, तैयारियां पूरी
  2. दिल्ली के प्रसिद्ध काली मंदिर में दुर्गा पूजा की खास तैयारी, दर्शन करने दूर-दूर से आते हैं भक्त

गुफा वाला मंदिर

नई दिल्ली/गाजियाबाद: 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होगी. नवरात्रि के दौरान मंदिरों में अलग ही रौनक देखने को मिलती है. गाजियाबाद की घंटाघर इलाके के गोल मार्केट में स्थित गुफा वाला मंदिर एनसीआर के प्रमुख मंदिरों में से एक है. गुफा वाले मंदिर में नवरात्रि के दौरान भक्तों का ताता लगा रहता है. मैन रोड से हटकर अंदर तंग गलियों में बने इस मंदिर में केवल दिल्ली एनसीआर ही नहीं, बल्कि देशभर के श्रद्धालु पहुंचते हैं.

मंदिर में तीन गुफाएं हैं. पहली गुफा में माता वैष्णो देवी विराजमान है. जबकि दूसरी गुफा में बाबा बरसानी विराजमान है. तीसरी गुफा में भगवान शिव विराजमान हैं.
मंदिर में तीन गुफाएं हैं. पहली गुफा में माता वैष्णो देवी विराजमान है. जबकि दूसरी गुफा में बाबा बरसानी विराजमान है. तीसरी गुफा में भगवान शिव विराजमान हैं.

नवरात्रि के दौरान मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ नजर आती है. मंदिर से तकरीबन आधा किलोमीटर तक भक्तों की कतार लगी हुई दिखाई देती है. गुफा वाला मंदिर करीब आधा दशक पुराना है. खास बात यह है कि गुफा वाले मंदिर में पहुंचकर भक्तों को वैष्णो देवी में होने का एहसास होता है. यहां आने वाले भक्ति बताते हैं कि मंदिर में आकर एक अलग तरह की शांति प्राप्त होती है.

गुफा वाला मंदिर एनसीआर के प्रमुख मंदिरों में से एक है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु वैष्णो माता के दर्शन के लिए आते हैं. मां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
गुफा वाला मंदिर एनसीआर के प्रमुख मंदिरों में से एक है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु वैष्णो माता के दर्शन के लिए आते हैं. मां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.

65 साल पुराना है मंदिर: गुफा वाले मंदिर के प्रमुख महंत दिनेश भारद्वाज के मुताबिक, मंदिर तकरीबन 65 साल पुराना है. मंदिर में माता रानी के दर्शन करने के लिए दूर दराज के इलाकों से श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालुओं में ऐसी मान्यता है कि गुफा वाले मंदिर में आकर प्रार्थना करने और माता के दर्शन करने से संतान की प्राप्ति होती है. साथ ही बेटियों के विवाह में आ रही अड़चने और बाधाएं दूर होती है. मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर माता का श्रृंगार करते हैं. कई श्रद्धालु तो ऐसे हैं जो हर साल नवरात्रि में आकर श्रृंगार और पूजा अर्चना करते हैं और भंडारा कराते हैं.

मंदिर में आकर भक्त कई कई घंटे गुफाओं में बैठकर तपस्या करते हैं. भक्तों का ऐसा मानना है की गुफाओं में पूजा अर्चना करने से उन्हें शांति मिलती है.
मंदिर में आकर भक्त कई कई घंटे गुफाओं में बैठकर तपस्या करते हैं. भक्तों का ऐसा मानना है की गुफाओं में पूजा अर्चना करने से उन्हें शांति मिलती है.

मंदिर में मौजूद है तीन गुफाएं: महंत दिनेश भारद्वाज बताते हैं कि मंदिर में तीन गुफाएं हैं. पहली गुफा में माता वैष्णो देवी विराजमान है. जबकि दूसरी गुफा में बाबा बरसानी विराजमान है. तीसरी गुफा में भगवान शिव विराजमान हैं. मंदिर में आकर भक्त कई कई घंटे गुफाओं में बैठकर तपस्या करते हैं. भक्तों का ऐसा मानना है की गुफाओं में पूजा अर्चना करने से उन्हें शांति मिलती है. गूगल मैप का इस्तेमाल कर सीधे गुफा वाले मंदिर पहुंच सकते हैं. गूगल मैप पर लोकेशन मौजूद है.

NOTE: खबर मान्यताओं और जानकारी पर आधारित है. खबर में शामिल तथ्यों की सटीकता की ईटीवी भारत पुष्टि नहीं करता है.

ये भी पढ़ें:

  1. Navratri 2023: नवरात्रि को लेकर सजा संतोषी माता और कात्यायनी माता का दरबार, तैयारियां पूरी
  2. दिल्ली के प्रसिद्ध काली मंदिर में दुर्गा पूजा की खास तैयारी, दर्शन करने दूर-दूर से आते हैं भक्त
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.