नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'स्वच्छ भारत अभियान' योजना की पोल खुलती जा रही है. राजधानी दिल्ली के सदर बाज़ार में सैकड़ों लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. इस बार चांदनी चौक मार्किट में साफ-सफाई का मुद्दा सबसे अहम है.
मार्केट में नहीं एक भी रेड लाइट नहीं
चुनाव के इस गरमा-गरम माहौल में ईटीवी भारत की टीम सदर बाजार पहुंची और वहां के व्यापारियों से बातचीत कर इलाके का जायज़ा लिया. व्यापारियों ने बेहद ही हैरान करने वाली बातें कहीं. उन्होंने कहा कि मार्किट में 3 चौक है पर रेड लाइट एक भी चौक पर नहीं. दूसरी सबसे बड़ी समस्या यहां साफ सफाई की है. मार्केट में जहां-तहां कूड़ा पड़ा हुआ रहता है.
यहां के व्यापारियों को सब कुछ मैनेज करना पड़ता है. साफ-सफाई से लेकर ट्रैफिक तक. व्यापारियों का कहना है कि पुलिस को बोलो तो कहते हैं स्टाफ की कमी है. व्यापारियों ने शिकायती लहजे में कहा कि जब निगम और पुलिस में रेड लाइट लगवाने के लिए कहा तो उन्होंने कहा यदि जगह मैप में ही नहीं है तो कैसे लगा दें.
5 साल से नहीं आए सांसद
यहां के कुतुब पार्किंग के पीछे 300 के झुग्गियां है जिनमें रहने वाले लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. व्यापारियों का कहना है कि यहां वोट शेयर कम है इसलिए उनकी कोई नहीं सुनता. जीएसटी ओर नोट बंदी की वजह से पहले ही थोक व्यापार खत्म हो गया है रिटेल में भी बहुत कम ग्राहक आते है.
इनका कहना था कि रोज किसी न किसी का मोबाइल चोरी हो जाता है. जेबें कट जाती हैं. व्यापारियों का कहना है कि 5 साल पहले डॉ हर्षवर्धन हमसे मिलने आए थे कहा कि समस्या का समाधान करेंगे लेकिन उसके बाद ना तो वो आए और ना ही समाधान हुआ.