नई दिल्ली: लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय अग्रवाल को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने निलंबित कर दिया है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर संजय अग्रवाल पर राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निदेशक रहने के दौरान वहां कार्डियोलॉजी विभाग में स्टंट डालने के दौरान हुई तीन मरीजों की मौत के मामले में यह कार्रवाई हुई है.
उपराज्यपाल के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव राजकुमार द्वारा जारी आदेश में यह भी निर्देश दिया गया है कि निलंबन के दौरान डॉक्टर संजय अग्रवाल का मुख्यालय दिल्ली ही रहेगा. उचित प्राधिकारी की अनुमति के बिना वह मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. पूर्वी दिल्ली के ताहिरपुर स्थित दिल्ली सरकार के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में यह घटना फरवरी 2022 में हुई थी. उस समय स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी करके घटना के लिए जिम्मेदार बताए गए तत्कालीन कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रवीण सिंह की सेवाएं समाप्त कर दी थी. वह अस्पताल में अनुबंध पर कार्यरत थे.
घटना के बाद डॉ. अग्रवाल का किया गया था तबादलाः घटना के कुछ समय बाद ही डॉक्टर अग्रवाल का तबादला भी लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में कर दिया गया था. साथ ही जीबी पंत अस्पताल के कार्डियो वैस्कुलर सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. एम. ए. जिलानी की देखरेख में एक जांच समिति का गठन किया गया था. इस समिति में डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉक्टर रंजीत कुमार नाथ, जीबी पंत अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ गिरीश एमपी और जीबी पंत अस्पताल के ही असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अंकित बंसल को शामिल किया गया था. इस मामले में समिति को चिकित्सकीय लापरवाही के मामले की जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
डॉक्टर समुदाय में कार्रवाई को लेकर हैरानीः जांच करने के बाद समिति ने उपराज्यपाल व दिल्ली सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी. उसके बाद एलजी ने डॉ. संजय अग्रवाल के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है. वहीं, डॉक्टर समुदाय के बीच डॉक्टर संजय अग्रवाल की निलंबन को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि डॉ. संजय अग्रवाल ने तो निदेशक रहते हुए मामले का संज्ञान लेते हुए अन्य लोगों की लापरवाही पर भी कार्रवाई की थी. साथ ही उन्होंने अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगाने की कोशिश की थी. ऐसे में उल्टे संजय अग्रवाल को ही निलंबित किए जाने की बात डॉक्टरों को हजम नहीं हो रही है.