नई दिल्ली: कपड़ों के कारोबार में एक शख्स को घाटा हुआ तो वह लोगों से ठगी करने लगा. इंश्योरेंस के नाम पर वह लोगों से ठगी करता था. मंदिर मार्ग इलाके में उसने एक शख्स से ठगी की तो जांच करते हुए पुलिस उस तक जा पहुंची. पुलिस ने उसका वह खाता भी फ्रीज कर दिया है, जिसमें ठगी के चार लाख रुपये रखे हुए थे.
ये है पूरा मामला
डीसीपी ईश सिंघल के अनुसार मंदिर मार्ग में रहने वाले मेहर सिंह ने पुलिस को ठगी की एक शिकायत दी थी. इसमें उन्होंने बताया कि मैक्स लाइफ इंश्योरेंस से 3.5 लाख रुपये की उनकी पॉलिसी है. 15 साल बाद यह पॉलिसी मैच्योर होने वाली थी. उन्हें मार्च 2019 में एक अज्ञात नंबर से कॉल आया.
उसने खुद को इंश्योरेंस कंपनी का कर्मचारी बताकर उनकी पॉलिसी एक महीने में मेच्योर होने की बात कही. उसने बताया कि यह रकम उनके अकाउंट में भेज दी जाएगी. अलग-अलग बहाने से वह उनसे रुपए लेता रहा. इस तरह लगभग 6.5 लाख रुपये उसने ले लिए तब जाकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ.
खाते से चार लाख रुपये हुए फ्रीज
उन्होंने इस बाबत मंदिर मार्ग थाने में एफआईआर दर्ज कराई. छानबीन के दौरान पुलिस टीम ने उन खातों की जांच की जहां पर पैसे गए थे. यह खाते शानू नामक शख्स के थे जो दो अलग-अलग पते पर खुले हुए थे.
इसके अलावा आलोक नाम के एक शख्स के खाते में भी पैसे गए थे. पुलिस ने आलोक का खाता फ्रीज कर दिया जिसमें चार लाख रुपये थे. पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार आलोक को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया. उसे अदालत के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है.
कपड़ों के कारोबार में हुआ था घाटा
गिरफ्तार किया गया आलोक गाजियाबाद का रहने वाला है. वह कॉमर्स ग्रेजुएट है. वह पहले गांधीनगर में रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करता था. इसमें उसे काफी घाटा हुआ जिसके बाद उसने इस तरह से ठगी शुरू की.