नई दिल्ली/गाजियाबाद: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. ऐसे में हर तरफ उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. 22 जनवरी को एक तरफ जहां अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा. वहीं दूसरी तरफ इसी दिन गाजियाबाद में भगवान श्री राम के जीवन से जुड़ी पंचवटी विकसित की जाएगी.
प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी मनीष सिंह के मुताबिक, अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. इसी उपलक्ष्य में गाजियाबाद वन विभाग किसी दिन गाजियाबाद में पंचवटी विकसित करने की नींव रखेगा. वाल्मीकि रामायण में रामायण काल में पाए जाने वाले कई प्रकार के वृक्षों का वर्णन है. पंचवटी में भगवान राम ने लंबा समय बिताया था. इसी तर्ज पर यहां पंचवटी विकसित किए जाएंगे. पंचवटी में पांच पेड़ होते हैं, जिनमें आंवला, बरगद, पीपल, बेल और अशोक शामिल है. इन सभी पेड़ों को ज्योमेट्री के तहत लगाया जाता है.
मनीष सिंह का कहना है कि पंचवटी कॉन्सेप्ट के तहत साउथ में आवला, वेस्ट में बरगद, नॉर्थ में बेल, ईस्ट में पीपल और साउथ ईस्ट में अशोक का पेड़ लगाया जाता है. गाजियाबाद के प्रताप विहार में एक एकड़ जमीन पर 22 जनवरी को पहली पंचवटी की स्थापना वन विभाग द्वारा की जाएगी.
वन विभाग द्वारा 20 क्षेत्र को चिन्हित किया गया है जहां वन विभाग द्वारा पंचवटी स्थापित की जाएगी. पंचवटी के तहत लगाए जाने वाले सभी पेड़ों की काफी मेडिसिनल वैल्यू है. पर्यावरण के लिए भी यह पौधे काफी लाभकारी हैं. प्रदूषण की रोकथाम के लिए भी पंचवटी काफी कारगार साबित होगी.