नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 15 हजार गेस्ट टीचरों को नियमित करने की फाइल शिक्षा निदेशालय से गुम हो गई है. इसको देखते हुए शिक्षा निदेशालय ने सभी क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशकों और शाखा प्रमुखों से अनुरोध किया है कि वे अपने स्कूल स्टाफ से रिकॉर्ड चेक करने को कहें. दरअसल, फाइल गुम होने को लेकर शिक्षा निदेशालय के ईवी ब्रांच के उपनिदेशक योगेश पाल ने 24 मार्च को सर्कुलर जारी किया है.
इसमें कहा गया है कि अगर यह फाइल मिलती है तो इसे ईवी ब्रांच को भेजा जाए. मामले में निदेशालय ने अपने सर्कुलर में कहा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में काम कर रहे गेस्ट टीचर्स को नियमित करने के लिए कैबिनेट ने एक फाइल मंजूर की थी, जो ईवी ब्रांच के अधिकारियों की गंभीरता से कोशिश करने के बावजूद मिल नहीं रही है. यह फाइल खो जाने से अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की प्रक्रिया में एक बार फिर देरी होगी.
शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी के अनुसार, फाइल लंबे समय से शिक्षा निदेशालय में ही थी, लेकिन अब जब शिक्षकों के नियमितीकरण की प्रक्रिया को लेकर फाइल को खोजा गया तो वह गायब मिली. उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने 2017 में दिल्ली विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाकर अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण करने का बिल पेश किया था. इस दौरान तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि गेस्ट टीचरों के नियमितीकरण से लाखों छात्र-छात्राओं को भी फायदा पहुंचेगा. इस बिल के तहत कुल 17 हजार अतिथि शिक्षकों में से 15 हजार अतिथि शिक्षक विधेयक के प्रावधानों के अनुसार स्थायी होने हैं.
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ये वो शिक्षक हैं, जो केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) पास कर चुके हैं. वहीं बचे हुए दो हजार अतिथि शिक्षक के तौर ही काम करते रहेंगे. फाइल के गुम होने पर आल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण डेढ़ा ने शिक्षा मंत्री और उपराज्यपाल को लिखकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.
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