नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए मतदान जारी है. पूरी दिल्ली में 13 हजार से अधिक केंद्रों पर मतदान चल रहा है. मीडिया भी अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए सभी मतदान केंद्रों की कवरेज कर रहा है, लेकिन शांति, सेवा और न्याय का भरोसा दिलाने वाली दिल्ली पुलिस के जवान मीडिया को मतदान केंद्रों पर कवरेज से रोक रहे हैं (media coverage banned). ताजा मामला रविवार दोपहर 12.30 का है, जब ईटीवी भारत दरियागंज इलाके के हैप्पी स्कूल पहुंचा.
चुनाव आयोग के कार्ड पर भारी एसएचओ : हैप्पी स्कूल को एमसीडी चुनाव के लिए मतदान केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. यहां जब ईटीवी भारत पहुंचा तो स्कूल के गेट पर ही रोक दिया गया. ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने राज्य चुनाव आयोग की तरफ से मिला आई कार्ड भी दिखाया. यह कार्ड चुनाव कवरेज के लिए दिया जाता है, जिसमें मीडिया के लोग मतदान केंद्र के अंदर और बाहर की कवरेज करते हैं. रिपोर्टर के यह कहने पर कि वह अंदर के हालात और मतदान कैसे चल रहा है, दिखाना चाहता है. इस पर एक कांस्टेबल ने दूसरे हेड कांस्टेबल को बुलाया. इसने फोन पर दरियागंज के एसएचओ को रिपोर्टर के सामने फोन लगाया. जिसमें एसएचओ ने आदेश दिया कि मीडिया के लोगों की एंट्री नहीं है और मतदान केंद्र से हट जाने के लिए कहा.
केवल साहब का हुक्म मानेंगे : इस पर जब रिपोर्टर ने कहा कि चुनाव आयोग ने यह कार्ड मतदान केंद्र के अंदर जाने के लिए दिया है तो इस पर पुलिस वाले बिफर गए. दिल्ली पुलिस बोली- चुनाव आयोग ने मीडिया कवरेज के कार्ड पर क्या दिशा-निर्देश दिए हम नहीं जानते, हम तो केवल अपने साहब के हुक्म की तामील करेंगे. अब सवाल यह उठता है कि क्या दिल्ली पुलिस जिन सिपाहियों को ड्यूटी मतदान केंद्र पर लगाती है, उन्हें ट्रेनिंग नहीं दी जाती. सबसे बड़ा सवाल, दरियागंज के इस मतदान केंद्र पर कुछ तो गड़बड़ था. जिसके चलते पुलिस ने मीडिया को अंदर जाने से रोका. इसकी जांच कौन करेगा, यह सवाल गंभीर हो चला है.
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एसएचओ को भी नहीं पता चुनाव आयोग का निर्देश : राजधानी दिल्ली में एमसीडी चुनाव है. जगह जगह पुलिस वाले तैनात हैं लेकिन हैरत की बात यह है कि वह चुनाव आयोग के निर्देश को नहीं मानते बल्कि उनके अफसर जो कहते हैं, वे उनके आदेश को मानते हैं. इसमें उनकी भी कोई गलती नहीं है, जब थाने का एसएचओ ही चुनाव आयोग के निर्देश को नहीं मानता है तो भला हवलदार और सिपाहियों से क्या ही उम्मीद लगाई जाए.
वीडियो बनाने से रोका : दिल्ली पुलिस के जवान ने जहां एक तरफ मतदान केंद्र पर जाने से रोका, वहीं जब ईटीवी भारत बाहर से मतदान केंद्र की कवरेज के लिए वीडियो बनाने लगा तो एक जवान इशारा करते हुए आया और धमकाने लगा कि वीडियो क्यों बना रहे हो. इस पर जब उसे कार्ड दिखाया गया तो पुलिस वाला ज्ञान देने लगा कि ऐसे नहीं होती है मीडिया कवरेज, अच्छे से बनकर आओ, कैमरामैन लाओ. सवाल यह उठता है कि दरियागंज थाना पुलिस ने मीडिया कवरेज पर रोक क्यों लगाई?
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