नई दिल्ली: देश के कोने-कोने में बसे पूर्वांचलियों की वजह से छठ महापर्व की पूजा का भी हर साल प्रसार होता जा रहा है. वैसे तो दिल्ली में हर जगह पूर्वांचली रहते हैं, लेकिन द्वारका और इसके आसपास के इलाकों मेंमें ये बड़ी संख्या में रहतें हैं. इसी वजह से द्वारका इलाके में छठ पूजा को ज्यादा बड़े पैमाने पर और भव्य तरीके से मनाया जाता है.
द्वारका में कई जगहों पर छठ घाट बनाया गया है, लेकिन इनमें सबसे बड़ा घाट द्वारका सेक्टर 11 का है. (Biggest chhath ghaat of dwarka delhi) तस्वीरों में आप देख सकते हैं, की कल सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के लिए यहां पर घाटों की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि यहां पर कितना बड़ा छठ घाट बनाया गया है.
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छठ पूजा समिति के अध्यक्ष रॉबिन शर्मा ने बताया कि, पिछले 18 सालों से लगातार यहां पर छठ पूजा का आयोजन होता आ रहा है, और ये 19वां साल है. उनकी कोशिश रहती है कि वो हर बार श्रद्धालुओं और छठ व्रतियों के लिए सुविधाओं का विस्तार कर पाएं. इसी क्रम में इस बार बुजुर्गों और बच्चों को लाने-ले जाने के लिए ई-रिक्शा की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके अलावा यहां पर मुफ्त दूध, फल, तुलसी पत्र और चाय आदि का भी वितरण लोगों के बीच किया जाएगा.
आगे उन्होंने बताया कि, घाटों को सुंदर तरीके से बनाया और सजाया जा रहा है. जिसके बाद इन घाटों में साफ पानी को भरा जाएगा, जिसमें खड़ी हो छठ व्रती भगवान भास्कर की पूजा करेंगी. छठ पूजा के समापन के बाद पानी की बर्बादी को रोकने के लिए, पूजा होने के बाद छठ घाट के पानी को टैंकरों से पेड़ों में डाला जाता है.
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