नई दिल्ली: दिल्ली सरकार का दावा है कि बीते चार वर्षों में शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है. इस पर अब अन्य राज्य की सरकारों का भी दिल आ रहा है. शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने चंद महीने पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की थी अब इस करिकुलम पर आंध्र प्रदेश व उत्तराखंड सरकार का भी दिल आ गया है.
हैप्पीनेस करिकुलम के संबंध में मांगी जानकारी
दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग से आंध्र प्रदेश व उत्तराखंड सरकार के शिक्षा विभाग ने संपर्क कर हैप्पीनेस करिकुलम के संबंध में जानकारी साझा करने की गुजारिश की है. उत्तराखंड में गवर्नमेंट स्कूल, हैप्पी स्कूल नाम से हैप्पीनेस क्लासेस शुरू की जाएंगी. प्राप्त जानकारी के अनुसार जुलाई से इसकी शुरुआत वहां के सरकारी स्कूलों में होगी.
आंध्र प्रदेश में हैप्पीनेस कोर्स को एजुकेशन सिस्टम में शामिल किया जा सकता है. इसके अलावा अन्य राज्य जैसे तेलंगाना, झारखंड और तमिलनाडु भी दिल्ली सरकार के संपर्क में है, वेभी अपने यहां हैप्पीनेस करिकुलम को स्कूलों में लागू करने के संबंध में विचार कर रहे हैं.
शिक्षा मंत्री के पहल पर करिकुलम की शुरुआत
गत वर्ष दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की पहल पर हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की गई थी. इसके लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग दी गई और शिक्षकों के लिए हैंडबुक भी बनाए गए. इसमें बच्चों को सिर्फ पढ़ाई के साथ-साथ अलग एक्टिविटी भी कराई जाती है.
5 मिनट के मेडिटेशन के साथ होती है शुरूआत
हैप्पीनेस करिकुलम के तहत नर्सरी से लेकर आठवीं क्लास तक के बच्चों को भावनात्मक रूप से मजबूत किया जाता है. स्कूलों में हर रोज 45 मिनट का हैप्पीनेस पीरियड होता है. इस पीरियड की शुरुआत 5 मिनट के मेडिटेशन के साथ होती है और कहानियों के जरिए बच्चों को अच्छी बातें सिखाई जाती है.