नई दिल्ली: दिल्ली में लगातार आपराधिक मामले बढ़ते जा रहे हैं. हर दिन नए आपराधिक गतिविधियां सामने आती हैं. इस दौरान एक चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं जिनसे यह पता चलता है कि इस साल दिल्ली में आपराधिक मामलों में कमी आई है. यह कमी 1 से 10 सितंबर के बीच के आंकड़ों में आई है. साल 2023 में 1 से 10 सितंबर के बीच जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर पूरी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को काफी कड़ाई से लागू किया गया था. सुरक्षा व्यवस्था होने के कारण पिछले साल के मुकाबले करीब 60 प्रतिशत तक आपराधिक गतिविधि में गिरावट आई है.
60 फीसदी तक की कमी: जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे. इस दौरान दिल्ली में कई अन्य प्रतिबंध भी लगे थे, जिस कारण 1 से 10 सितंबर के बीच आपराधिक वारदातों में काफी कमी देखी गई है. इस दौरान वाहन चोरी की वारदातों में 60 फीसदी की कमी आई. आठ से 10 सितंबर तक यानी तीन दिन के दौरान सारी वारदातों में 60 फीसदी की कमी आई है.
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क्या कहते हैं आंकड़ें: 2022 में एक से 10 सितंबर के बीच हुई कुल वारदातों की तुलना में 2023 एक से 10 सितंबर के बीच हत्या के मामलों में 12.5 प्रतिशत, रॉबरी में 6 फीसदी, झपटमारी में 25 फीसदी और वाहन चोरी की वारदातों में 60 फीसदी की कमी आई है. दिल्ली में रोजाना औसतन 125 वाहन चोरी होते हैं, जबकि जी-20 के दौरान दिल्ली में 1 से 10 सितंबर तक 50 वाहन ही चोरी हुए है. पिछले साल एक से 10 सितंबर तक दिल्ली में लूटपाट की 34 वारदातें हुई थी. इस वर्ष एक से 10 सितंबर तक 32 वारदातें हुई. यानि इन वारदातों में छह प्रतिशत की कमी देखी गई है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि थानाध्यक्षों का कहना है कि जी-20 सम्मेलन के दौरान राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी थी कि अपराधी वारदात करने की सोच भी नहीं सकते थे. उन्होंने कहा कि दोनों वर्ष के आंकड़े एक सितंबर से 10 सितंबर के बीच के हैं.
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