नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से चांदनी चौक विधायक अलका लांबा की नाराजगी किसी से छुपी नहीं है. अब तक अलका लांबा सोशल मीडिया के जरिए ही अपनी पार्टी और नेताओं पर हमलावर रही थीं. लेकिन अब वे जमीन पर उतरकर दिल्ली सरकार की नाकामी उजागर करती देखी जा सकती हैं.
सरकार की खामियों को किया उजागर
अलका लांबा इन दिनों अपने क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर निरीक्षण और दौरे कर रही हैं. इसी क्रम में अलका शनिवार को चांदनी चौक के लुडलो कैसल स्कूल में पहुंची.
दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले इस स्कूल में उन्होंने व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने अभिभावकों से भी मुलाकात की. अलका के सामने स्कूल की जो तस्वीर निकलकर आई, वो सरकार की खामियों को उजागर करती है.
'बच्चों के भविष्य से जुड़ा सवाल'
यहां पर शिक्षकों की कमी एक बड़ी समस्या है. यहां केमिस्ट्री, कॉमर्स, इकनॉमिक्स के सेक्शन में एक भी अध्यापक नहीं हैं और बच्चे बिना अध्यापक के खुद पढ़ाई करने को मजबूर हैं. इसके कारण कुछ बच्चों ने स्कूल आना भी छोड़ दिया है.
अलका ने निरीक्षण के बाद कहा कि उम्मीद करती हूं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और एलजी साहब इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जल्द कदम उठाएंगे, क्योंकि यह बच्चों के भविष्य से जुड़ा सवाल है.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी अपनी सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का ढोल पिटती रहती है और अभी शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी हर दिन किसी न किसी स्कूल का दौरा भी कर रहे हैं.
लेकिन इसी बीच उन्हीं की पार्टी की एक विधायक द्वारा इस तरह स्कूलों का दौरा करना और कमियों को उजागर करना दिखाता है कि 'आप' और अलका के बीच बढ़ती दूरियां अब शायद दोनों के रास्ते अलग करने तक पहुंच चुकी है.