नई दिल्ली/गाजियाबाद: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा. पांच नवंबर को अयोध्या में रामलला के मंदिर में पूजित अक्षत कलश देश के सभी जिलों में पहुंच चुका है. 1 जनवरी से 15 जनवरी तक अक्षत (पीले चावल) का वितरण होना है.
विश्व हिंदू परिषद के गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष आलोक ने बताया कि 22 जनवरी को घर के नजदीक मंदिर में जाकर राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का साक्षी बनने के लिए विश्व हिंदू परिषद घर-घर जाकर लोगों को निमंत्रण देगा. अयोध्या से अक्षत कलश मेरठ प्रांत पहुंचा. इसके बाद मेरठ में विश्व हिंदू परिषद द्वारा विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. मेरठ प्रांत में कुल 27 जिले हैं. प्रत्येक जिले के पदाधिकारी को कलश सौपा गया. मौजूदा समय में अक्षत कलश संघ कार्यालय गाजियाबाद में रखा है.
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा. विश्व हिंदू परिषद देशभर में जाकर लोगों को 22 जनवरी के अभूतपूर्ण क्षण से जुड़ने के लिए निमंत्रण दे रहा. घर से निकलिए परिवार और परिजनों को साथ लीजिए और पास के मंदिर को ही अयोध्या समझिए. क्योंकि अयोध्या में सीमित संख्या में ही लोग जा पाएंगे. इस दिन सुबह 11:00 बजे से दोपहर 2:00 तक अपने समय को राम काज के लिए समर्पित कर दें."
विनोद बंसल, प्रवक्ता, विश्व हिंदू परिषद
आलोक गर्ग के मुताबिक, अधिक से अधिक लोगों को संपर्क कर निमंत्रण देना है. अक्षत कलश में मौजूद सामग्री को 1000 किलो चावल में मिलाकर एक लाख पोटलियां तैयार की जाएगी. पोटलियों को घर घर जाकर निमंत्रण के रूप में दिया जाएगा. प्रखंड, उपखंड और बस्ती स्तर तक जाकर विश्व हिंदू परिषद द्वारा निमंत्रण दिया जाएगा. पोटली के साथ श्री राम मंदिर का सुंदर चित्र भी दिया जाएगा.
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महानगर अध्यक्ष ने बताया कि 1 जनवरी से 15 जनवरी तक पोटलियों को महानगर के एक लाख घरों में निमंत्रण के तौर पर पहुंचाया जाएगा. इस पूरे कार्यक्रम को धरातल पर उतरने के लिए 17 दिसंबर को विश्व हिंदू परिषद की महानगर इकाई की बैठक रखी गई है. जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा. बैठक में संघ के सभी अनुशांगिक संगठन शामिल होंगे.