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Delhi Budget 2023: स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ का बजट, जानिए क्या रहा खास - दिल्ली का हेल्थ केयर मॉडल हुआ मजबूत

कैलाश गहलोत ने स्वास्थ्य विभाग के लिए 9742 करोड़ का बजट में प्रस्ताव दिया है, जो पिछले साल की तुलना में इस साल का बजट 27 करोड़ रुपए कम है.

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ का बजट
स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ का बजट
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Published : Mar 22, 2023, 3:56 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली सरकार का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा शिक्षा के साथ स्वास्थ्य दिल्ली मॉडल का दूसरा प्रमुख विषय है. वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ रुपए के बजट का प्रस्ताव रखा गया है. उल्लेखनीय है कि पिछले साल की तुलना में इस साल का बजट 27 करोड़ रुपए कम है. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि पिछले 8 वर्षों में दिल्ली के लोगों को स्वस्थ रखना केजरीवाल सरकार के केंद्र बिंदु में रहा है.

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ का बजट
स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ का बजट

मोहल्ला क्लीनिक में 2 करोड़ लोगों का इलाज: कैलाश गहलोत ने कहा याद होगा साल 2015 से पहले प्राइमरी हेल्थ के नाम पर डिस्पेंसरी होती थी. जिनमें ना डॉक्टर होते थे और न दवाइयां होती थी. आज 2023 में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग में सुधार हुआ है. सरकार के पास आज 515 मोहल्ला क्लीनिक, 4 महिला मोहल्ला क्लीनिक, 175 एलोपैथिक डिस्पेंसरी, 7 प्राइमरी अर्बन हेल्थ सेंटर, 30 पॉलीक्लिनिक, 39 मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल जिसमें 14,244 बेड उपलब्ध है. जहां हर साल 4 करोड़ से अधिक मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती है. आज 250 से अधिक डायग्नोस्टिक टेस्ट और 165 आवश्यक दवाइयां निशुल्क उपलब्ध है. इसका फायदा यह है कि इन मोहल्ला क्लीनिक में सालाना 2 करोड़ लोग इलाज के लिए आ रहे हैं.

दिल्ली का हेल्थ केयर मॉडल हुआ मजबूत: वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले 8 सालों में मजबूत हेल्थ केयर मॉडल तैयार करने में बड़ी मेहनत लगी है.अब मेट्रो स्टेशन पर मोहल्ला क्लीनिक बनाने की योजना बनाई है. पिछले साल दिल्ली में महिला मोहल्ला क्लीनिक स्थापित कर महिलाओं के स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने में नई पहल की है. भारत और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों के किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि केवल 37 महिलाएं ही अपना सामान्य बीमारियों के लिए ओपीडी में जाती हैं.

महिलाओं के लिए स्पेशलाइज्ड सुविधाएं उपलब्ध: दिल्ली की जरूरतों को ज्यादा समझने के लिए दिल्ली सरकार ने एक सर्वे कराया, जिसमें पाया गया कि 51 फीसद महिलाएं बीमारी के लक्षण होने के बावजूद डॉक्टर के पास नहीं जा रही है. इसके मद्देनजर सरकार ने बजट में महिला मोहल्ला क्लीनिक की घोषणा की थी. तब देश में पहली बार महिला मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत हुई. ऐसे में अब महिलाओं के लिए स्पेशलाइज्ड सुविधाएं उपलब्ध है, जिनमें सर्वाइकल कैंसर की जांच और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण शामिल है. अभी दिल्ली में 4 महिला मोहल्ला क्लीनिक का संचालन हो रहा है, जहां पिछले 4 महीनों में 42,000 से ज्यादा महिलाओं ने इलाज कराया हैं.

100 नए महिला मोहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना: केजरीवाल सरकार अगले वित्त वर्ष 100 नए महिला मोहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना बनाई है. आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में डायग्नोस्टिक टेस्ट की बहुत बड़ी भूमिका है, यह बीमारी के सही इलाज में भूमिका निभाता है. सही डायग्नोस्टिक टेस्ट के अभाव में कोई बीमारी गंभीर हो जाती है और बाद में उस पर काबू पाना नामुमकिन हो जाता है. 450 टेस्ट मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लिनिक हॉस्पिटल में होगा. दिल्ली के लोगों को हेल्थ कार्ड देने की योजना है.

बजट कम करने पर चिकित्सा संघों ने उठाए सवाल: नेशनल मेडिकल फोरम के अध्यक्ष डॉ. प्रेम अग्रवाल ने कहा केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन इस साल स्वास्थ्य के बजट को 27 करोड़ रुपए कम कर दिया. सरकार को दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिए बजट को कम से कम 100 करोड़ रुपए और बढ़ना चाहिए था. मोहल्ला क्लिनिकों में भी अभी सुविधाएं सही नहीं हैं. इन क्लिनिकों में अभी सभी जांचें भी नहीं हो पाती हैं.

ये भी पढ़ें: Delhi Budget 2023: जी-20 के लिए कैसे बनेगी साफ, सुंदर और आधुनिक दिल्ली, जानें बजट में इसके लिए क्या हुई घोषणाएं

वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. शरत अग्रवाल ने कहा हेल्थ एक्सपेंडीचर को बढ़ाने के लिए सरकार को स्वास्थ्य के बजट में अधिक धनराशि का प्रावधान करना चाहिए था. दिल्ली देश की राजधानी है यहां देश भर से लोग इलाज के लिए आते हैं. दिल्ली के अस्पतालों पर अधिक दबाव रहता है. उसी तरह से व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए बजट में रोडमैप तैयार किया जाना चाहिए था. हेल्थ के बजट को कम करना सही नहीं है.

ये भी पढ़ें: Delhi Budget 2023: इस साल 24 हजार टीचरों की होगी बहाली, 20% बढ़ा शिक्षा का बजट, जानें क्या-क्या मिला

नई दिल्लीः दिल्ली सरकार का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा शिक्षा के साथ स्वास्थ्य दिल्ली मॉडल का दूसरा प्रमुख विषय है. वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ रुपए के बजट का प्रस्ताव रखा गया है. उल्लेखनीय है कि पिछले साल की तुलना में इस साल का बजट 27 करोड़ रुपए कम है. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि पिछले 8 वर्षों में दिल्ली के लोगों को स्वस्थ रखना केजरीवाल सरकार के केंद्र बिंदु में रहा है.

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ का बजट
स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9742 करोड़ का बजट

मोहल्ला क्लीनिक में 2 करोड़ लोगों का इलाज: कैलाश गहलोत ने कहा याद होगा साल 2015 से पहले प्राइमरी हेल्थ के नाम पर डिस्पेंसरी होती थी. जिनमें ना डॉक्टर होते थे और न दवाइयां होती थी. आज 2023 में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग में सुधार हुआ है. सरकार के पास आज 515 मोहल्ला क्लीनिक, 4 महिला मोहल्ला क्लीनिक, 175 एलोपैथिक डिस्पेंसरी, 7 प्राइमरी अर्बन हेल्थ सेंटर, 30 पॉलीक्लिनिक, 39 मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल जिसमें 14,244 बेड उपलब्ध है. जहां हर साल 4 करोड़ से अधिक मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती है. आज 250 से अधिक डायग्नोस्टिक टेस्ट और 165 आवश्यक दवाइयां निशुल्क उपलब्ध है. इसका फायदा यह है कि इन मोहल्ला क्लीनिक में सालाना 2 करोड़ लोग इलाज के लिए आ रहे हैं.

दिल्ली का हेल्थ केयर मॉडल हुआ मजबूत: वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले 8 सालों में मजबूत हेल्थ केयर मॉडल तैयार करने में बड़ी मेहनत लगी है.अब मेट्रो स्टेशन पर मोहल्ला क्लीनिक बनाने की योजना बनाई है. पिछले साल दिल्ली में महिला मोहल्ला क्लीनिक स्थापित कर महिलाओं के स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने में नई पहल की है. भारत और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों के किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि केवल 37 महिलाएं ही अपना सामान्य बीमारियों के लिए ओपीडी में जाती हैं.

महिलाओं के लिए स्पेशलाइज्ड सुविधाएं उपलब्ध: दिल्ली की जरूरतों को ज्यादा समझने के लिए दिल्ली सरकार ने एक सर्वे कराया, जिसमें पाया गया कि 51 फीसद महिलाएं बीमारी के लक्षण होने के बावजूद डॉक्टर के पास नहीं जा रही है. इसके मद्देनजर सरकार ने बजट में महिला मोहल्ला क्लीनिक की घोषणा की थी. तब देश में पहली बार महिला मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत हुई. ऐसे में अब महिलाओं के लिए स्पेशलाइज्ड सुविधाएं उपलब्ध है, जिनमें सर्वाइकल कैंसर की जांच और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण शामिल है. अभी दिल्ली में 4 महिला मोहल्ला क्लीनिक का संचालन हो रहा है, जहां पिछले 4 महीनों में 42,000 से ज्यादा महिलाओं ने इलाज कराया हैं.

100 नए महिला मोहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना: केजरीवाल सरकार अगले वित्त वर्ष 100 नए महिला मोहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना बनाई है. आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में डायग्नोस्टिक टेस्ट की बहुत बड़ी भूमिका है, यह बीमारी के सही इलाज में भूमिका निभाता है. सही डायग्नोस्टिक टेस्ट के अभाव में कोई बीमारी गंभीर हो जाती है और बाद में उस पर काबू पाना नामुमकिन हो जाता है. 450 टेस्ट मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लिनिक हॉस्पिटल में होगा. दिल्ली के लोगों को हेल्थ कार्ड देने की योजना है.

बजट कम करने पर चिकित्सा संघों ने उठाए सवाल: नेशनल मेडिकल फोरम के अध्यक्ष डॉ. प्रेम अग्रवाल ने कहा केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन इस साल स्वास्थ्य के बजट को 27 करोड़ रुपए कम कर दिया. सरकार को दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिए बजट को कम से कम 100 करोड़ रुपए और बढ़ना चाहिए था. मोहल्ला क्लिनिकों में भी अभी सुविधाएं सही नहीं हैं. इन क्लिनिकों में अभी सभी जांचें भी नहीं हो पाती हैं.

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वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. शरत अग्रवाल ने कहा हेल्थ एक्सपेंडीचर को बढ़ाने के लिए सरकार को स्वास्थ्य के बजट में अधिक धनराशि का प्रावधान करना चाहिए था. दिल्ली देश की राजधानी है यहां देश भर से लोग इलाज के लिए आते हैं. दिल्ली के अस्पतालों पर अधिक दबाव रहता है. उसी तरह से व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए बजट में रोडमैप तैयार किया जाना चाहिए था. हेल्थ के बजट को कम करना सही नहीं है.

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