न्यूयॉर्क: ऑस्ट्रेलिया के टेनिस खिलाड़ी निक किर्गियोस ने कोरोनावायरस महामारी के बावजूद अमेरिका ओपन को आयोजित कराने पर एटीपी की आलोचना की है और उसे स्वार्थी बताया है.
किर्गियोस ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा, "एटीपी अमेरिका ओपन को आयोजित कराने की कोशिश कर रही है. यह इस समय सब कुछ स्वार्थ है. जाहिर तौर पर, मेरे विचार से इस समय न केवल हमें कोरोना से बल्कि दंगों से भी एक साथ निपटने की जरूरत है."
अमेरिका ओपन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट का आयोजन 24 अगस्त से 13 सितंबर तक होने की उम्मीद है. एटीपी और अमेरिका टेनिस संघ (यूएसटीए) के आयोजकों ने कहा है कि वे टूर्नामेंट को तय समय पर आयोजित कराना चाहते हैं.
दुनिया के नंबर-1 पुरुष टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविक और स्पेन के राफेल नडाल पहले ही इस टूर्नामेंट में खेलने को लेकर अपनी चिंता जता चुके हैं.
जोकोविक ने कहा था कि अमेरिका ओपन में खेलने के लिए जो नियम बनाए गए हैं, वे काफी सख्त हैं.
जोकोविच ने कहा, "मैंने जितने खिलाड़ियों से बात की, वे वहां जाने को लेकर परेशान और डरे हुए थे. अभी की परिस्थितियों को देखते हुए मैं सितंबर में क्ले कोर्ट पर टेनिस सत्र जारी रख सकता हूं."
बता दें कि अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट को दर्शकों की सीमित संख्या या फिर बिना दर्शकों के ही आयोजित कराने पर विचार किया जा रहा है.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी ओपन का आयोजन अपने तय कार्यक्रम के अनुसार होना है, लेकिन अमेरिकी टेनिस संघ (यूएसटीए) ने कहा है कि इस साल अमेरिकी ओपन का आयोजन दर्शकों की सीमित संख्या या फिर बिना दर्शकों के ही होने की संभावना है.
यूएसटीए के मुख्य संचार अधिकारी क्रिस वाइडमेयर ने कहा कि जून के मध्य में इस बात का फैसला होना है कि टूर्नामेंट का आयोजन कैसे होगा.
कोविड-19 महामारी के कारण मार्च से ही एटीपी, डब्ल्यूटीए सहित सभी अंतरराष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट स्थगित हैं. फ्रेंच ओपन को सितंबर तक स्थगित कर दिया गया है जबकि विंबलडन 1945 के बाद पहली बार रद किया गया है.