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विंबलडन: तीन सेटों तक चले मुकाबले के बाद चैम्पियन बनीं एश्ले बार्टी

पांच साल में महिला एकल में विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाली पहली विश्व नंबर-1 बार्टी अब वीनस रोजवाटर डिश को उठाने वाली इवोन गूलागोंग कावले (1980) के बाद पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी हैं.

Ashleigh barty wins wimbledon championship 2021
Ashleigh barty wins wimbledon championship 2021
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Published : Jul 11, 2021, 11:01 AM IST

लंदन: ऑस्ट्रेलिया की विश्व नंबर-1 एश्ले बार्टी ने शनिवार को चेक गणराज्य की आठवीं वरीयता प्राप्त कैरोलिना प्लिस्कोवा को तीन सेटों में 6-3, 6-7 (4), 6-3 से हराकर विंबलडन चैंपियनशिप में महिला एकल का खिताब जीत लिया.

पांच साल में महिला एकल में विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाली पहली विश्व नंबर-1 बार्टी अब वीनस रोजवाटर डिश को उठाने वाली इवोन गूलागोंग कावले (1980) के बाद पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी हैं.

2019 फ्रेंच ओपन के बाद ये उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है.

2012 के बाद से तीन सेटों तक चले पहले विंबलडन महिला फाइनल में बार्टी को जीत हासिल करने के लिए एक घंटे 55 मिनट तक संघर्ष करना पड़ा.

करोलिना के लिए ग्रैंड स्लैम फाइनल में ये दूसरी हार है. उनकी पिछली हार 2016 यूएस ओपन के फाइनल के दौरान हुई थी, जब वो तीन सेटों में जर्मनी की एंजेलिक कर्बर से हार गई थीं.

पांच साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू करने वाली एश्ले एक क्रिकेटर भी रह चुकी हैं. उन्होंने 2015-16 में महिला बिग बैश लीग में ब्रिस्बेन हीट का प्रतिनिधित्व किया था. उस समय वो टेनिस से ब्रेक पर थीं. हालांकि 9 मैचों में 68 रन बनाने के बाद वो संतुष्ट नजर नहीं आई और फिर 2016 में टेनिस में लौट आई.

लंदन: ऑस्ट्रेलिया की विश्व नंबर-1 एश्ले बार्टी ने शनिवार को चेक गणराज्य की आठवीं वरीयता प्राप्त कैरोलिना प्लिस्कोवा को तीन सेटों में 6-3, 6-7 (4), 6-3 से हराकर विंबलडन चैंपियनशिप में महिला एकल का खिताब जीत लिया.

पांच साल में महिला एकल में विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाली पहली विश्व नंबर-1 बार्टी अब वीनस रोजवाटर डिश को उठाने वाली इवोन गूलागोंग कावले (1980) के बाद पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी हैं.

2019 फ्रेंच ओपन के बाद ये उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है.

2012 के बाद से तीन सेटों तक चले पहले विंबलडन महिला फाइनल में बार्टी को जीत हासिल करने के लिए एक घंटे 55 मिनट तक संघर्ष करना पड़ा.

करोलिना के लिए ग्रैंड स्लैम फाइनल में ये दूसरी हार है. उनकी पिछली हार 2016 यूएस ओपन के फाइनल के दौरान हुई थी, जब वो तीन सेटों में जर्मनी की एंजेलिक कर्बर से हार गई थीं.

पांच साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू करने वाली एश्ले एक क्रिकेटर भी रह चुकी हैं. उन्होंने 2015-16 में महिला बिग बैश लीग में ब्रिस्बेन हीट का प्रतिनिधित्व किया था. उस समय वो टेनिस से ब्रेक पर थीं. हालांकि 9 मैचों में 68 रन बनाने के बाद वो संतुष्ट नजर नहीं आई और फिर 2016 में टेनिस में लौट आई.

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